वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020: आखिरकार कितनी लंबी है नकलचियों की चेन…सीमा चौधरी और टीमो जाट ने भी किया था खेला

Last Updated:March 24, 2025, 12:48 IST
Jaipur News : वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 पेपर लीक केस में आरोपियों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. एसओजी ने इस मामले में अब दो चयनित वनरक्षक लड़कियों को गिरफ्तार किया है. जानें कौन हैं ये लड़कियां और इन्होंने…और पढ़ें
एसओजी की गिरफ्त में आई टीमो जाट और सुनीता चौधरी ने नरेश देव सारण से 6-6 लाख रुपये में पेपर खरीदा था.
हाइलाइट्स
वनरक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक केस में दो और गिरफ्तारियां हुईं.सीमा चौधरी और टीमो जाट को बाड़मेर से गिरफ्तार किया गया.कांग्रेस नेता नरेश देव सारण भी इस केस में गिरफ्तार हुए.
विष्णु शर्मा.
जयपुर. वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2020 पेपर लीक केस में एसओजी ने दो और नकलची महिला वनरक्षकों को पकड़ा है. इस केस में पकड़ा जा रहा हर नकलची और माफिया नए-नए नाम उजागर कर रहा है. इससे जांच एजेंसी एसओजी भी हैरान है. वह ताबड़तोड़ नकलची अभ्यर्थियों, दलालों, माफियाओं और चयनित वनरक्षकों की धरपकड़ करने में जुटी है. एसओजी इन आरोपियों को रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ कर रही है. अभी इस केस में जिस तरह से ताबड़तोड़ खुलासे हो रहे है उसको देखते गिरफ्तारियों का सिलसिला आगे भी जारी रहने के आसार हैं.
एसओज ने इस मामले में अब वनरक्षक सीमा चौधरी और टीमो जाट को गिरफ्तार किया है. इन दोनों को बाड़मेर से गिरफ्तार किया गया है. वनरक्षक सीमा चौधरी की पोस्टिंग बाड़मेर के बालोतरा रेंज में और टीमो जाट की चौहटन रेंज में है. इन दोनों ने कांग्रेस के पूर्व पार्षद नरेश देव सारण से परीक्षा का सॉल्वड पेपर हासिल किया था. दोनों ने दलाल के मार्फत सारण से सॉल्वड पेपर 6- 6 लाख रुपये में खरीदा था.
बीते 15 दिनों में कई आरोपी पकड़े जा चुके हैंएसओजी ने टीमो और सीमा को 1 अप्रैल तक रिमांड पर लिया है. एसओजी दोनों से पूछताछ करने में जुटी है. एसओजी को उम्मीद है कि इन दोनों आरोपियों से भी पेपर लीक में शामिल अन्य लोगों की कड़ियां जुड़ सकती है. वहीं कुछ और आरोपियों के नाम भी सामने आ सकते हैं. वनरक्षक भर्ती परीक्षा का यह केस बांसवाड़ा जिले के राजतलाब थाने में 13 नवंबर 2022 को दर्ज हुआ था. एसओजी इस केस में बीते 15 दिनों से कड़ी से कड़ी जोड़कर एक के बाद एक आरोपी की धरपकड़ कर रही है.
एसओजी ने कांग्रेस नेता को भी गिरफ्तार किया हैएसओजी ने हाल ही में इस केस में कांग्रेस के पूर्व पार्षद नरेश देव सारण को भी बाड़मेर से गिरफ्तार किया था. नरेश देव को एसओजी ने 9 दिन के रिमांड पर ले रखा है. नरेश देव ने वनरक्षक भर्ती परीक्षा में 7 अभ्यर्थियों को पेपर बेचकर उनसे 42 लाख रुपये वसूले थे. उसने 6-6 लाख रुपये में इस परीक्षा का पेपर बेचा था. नरेश ने हैंडलर के मार्फत अभ्यर्थियों से रुपये की वसूली की थी. नरेश देव बाड़मेर में राजकीय महाविद्यालय का छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुका है. वह एनएसयूआई की टिकट पर चुनाव जीता था. बाद में बाड़मेर नगर परिषद में एक बार बतौर निर्वाचित और दूसरी बार मनोनित पार्षद रह चुका है.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
March 24, 2025, 12:48 IST
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आखिरकार कितनी लंबी है नकलचियों की चेन…सीमा चौधरी और टीमो जाट ने भी किया खेला