Fought the battle of life, became an inspiration and gave courage | जि़न्दगी की जंग लड़ी, खुद बनी प्रेरणा दुसरो को दे रही हौसला

जयपुरPublished: Sep 29, 2023 06:35:39 pm
बचने की उम्मीद 99 प्रतिशत तक नहीं थी, लेकिन जीने की चाह ने उन्हें इस घातक बीमा इनरी से भी उबार दिया बिलासपुर. अलका पांडेय जब 40 साल की थी, उस समय डॉक्टर ने कहा की उन्हें अल्सर है। लेकिन आगे की जांच में पता चला की उन्हें कैंसर है और उनके बचने के केवल एक परसेंट चांस है।
Fought the battle of life, became an inspiration and gave courage to others.
जि़न्दगी की जंग लड़ी, खुद बनी प्रेरणा दुसरो को दे रही हौसला
निशांत तिवारी/ बिलासपुर बचने की उम्मीद 99 प्रतिशत तक नहीं थी, लेकिन जीने की चाह ने उन्हें इस घातक बीमा इनरी से भी उबार दिया बिलासपुर. अलका पांडेय जब 40 साल की थी, उस समय डॉक्टर ने कहा की उन्हें अल्सर है। लेकिन आगे की जांच में पता चला की उन्हें कैंसर है और उनके बचने के केवल एक परसेंट चांस है। इस दौरान कैंसर की खबर ने उन्हें डिप्रेशन में धकेल दिया। क्युकी उनका एक 14 साल का बच्चा था। उन्हें दिन रात इस बात की फि़क्र लगी रहती थी की उनके जाने के बाद उनके बच्चे की देखभाल कौन करेगा। अंतत: उन्होंने इस घातक बीमारी से लडऩे का मन बनाया।