FPO योजना से किसानों के लिए खुलेगा नया दरवाजा, अब सस्ती खेती से तगड़ा मुनाफा कमाएंगे

रविन्द्र कुमार/ झुंझुनूं- आज झुंझुनू के गुढ़ा गौरजी तहसील के पोसाना गांव में वीर तेजाजी कृषि उत्पादन परसंस्करण एवं विपणन सहकारी समिति के तत्वाधान में केंद्र सरकार की कल्याणकारी फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (FPO) योजना पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इस आयोजन में पूरे तहसील के किसानों और सहकारी समितियों के व्यवस्थापकों ने हिस्सा लिया.
एफपीओ से जुड़ने के फायदे पर चर्चाइस अवसर पर सहकारिता विभाग जयपुर की वरिष्ठ प्रबंधक सुनीता राजपाल ने किसानों को एफपीओ से जुड़ने के फायदे के बारे में जानकारी दी और उन्हें इस कल्याणकारी योजना से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि एफपीओ किसानों को सामूहिक ताकत, सस्ता कृषि सामान, बेहतर प्रशिक्षण, और बेहतर बाजार संबंध जैसे कई फायदे प्रदान करता है.
सहकारी समिति के अधिकारियों का सक्रिय सहयोगइस कार्यक्रम में झुंझुनूं कोऑपरेटिव बैंक की एईओ रंजना स्वामी, गुढ़ा गौरजी के केंद्रीय सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक मनीष शर्मा, और ईओ मूलचंद जाखड़ भी उपस्थित रहे. कार्यक्रम के दौरान सहकारी समिति पोसाना के व्यवस्थापक रामावतार मेचू ने भी किसानों को एफपीओ से जुड़ने के लिए प्रेरित किया.
किसानों के लिए सामूहिक ताकत और सस्ते कृषि सामानएफपीओ का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह किसानों को सामूहिक रूप से एकजुट करता है. जब किसान एकजुट होकर काम करते हैं, तो उनके पास बाजार में अच्छे दाम की मोल-भाव करने की ताकत होती है. इसके अलावा, एफपीओ के माध्यम से किसानों को खाद, बीज, कीटनाशक, और कृषि यंत्र सस्ते में मिल सकते हैं, जिससे उनका उत्पादन खर्च घटता है.
तकनीकी जानकारी और प्रशिक्षण का अवसरएफपीओ किसानों को नई तकनीकों और बेहतर खेती के तरीकों से अवगत कराता है. इसमें जैविक खेती, सिंचाई के नए तरीके और फसल की गुणवत्ता को बढ़ाने की तकनीकें शामिल होती हैं. इसके अलावा, कृषि वैज्ञानिक और एक्सपर्ट समय-समय पर किसानों को प्रशिक्षण भी देते हैं.
फसल प्रोसेसिंग और मूल्य संवर्धनएफपीओ के तहत किसानों को अपनी प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने का अवसर मिलता है. इससे वे कच्ची फसल को तैयार उत्पाद में बदल सकते हैं, जैसे टमाटर से सॉस, गेहूं से आटा, आम से अचार या जूस. इस प्रक्रिया से उत्पाद का मूल्य बढ़ता है, जिससे किसानों को ज्यादा मुनाफा मिलता है.
बाजार से सीधा जुड़ावएफपीओ का एक और अहम फायदा यह है कि किसानों को सीधे बाजार से जुड़ने का अवसर मिलता है. वे बड़ी कंपनियों, सुपरमार्केट, निर्यातकों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ सकते हैं, जिससे वे अपनी फसल मंडी पर निर्भर किए बिना अच्छा दाम प्राप्त कर सकते हैं.
कार्यक्रम का समापनइस कार्यक्रम में ग्रामवासियों और समाज सेवकों ने भी भाग लिया, और मंच का संचालन बाबूलाल मंगवा ने किया. अधिकारियों का स्वागत सिथल जीएसएस के व्यवस्थापक सुमन और गुढ़ा गौरजी से कैप्टन विद्याधर स्वामी और सूबेदार नंददेव ढेवा ने किया. इस संगोष्ठी ने किसानों को एफपीओ के महत्व और इसके लाभों से अवगत करवा दिया, जो अब उन्हें आर्थिक, सामाजिक और तकनीकी रूप से मजबूत बनाएंगे.