फल एक फायदे अनेक, सेहत के लिए अमृत है, इन बीमारियों में दिलाए राहत

शाहजहांपुर. तपती गर्मी में राहत पाने के लिए प्रकृति ने हमें कई अनमोल तोहफे दिए हैं. उनमें से एक बेल का फल है. ये न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि सेहत का भी खजाना है. गर्मियों में मिलने वाला ये फल विटामिन, मिनरल्स और औषधीय गुणों से भरपूर है, जो पेट की समस्याओं से लेकर खून की कमी और आंखों की सेहत तक कई तरह से सेहत के लिए फायदेमंद है. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर की गृह विज्ञान की एक्सपर्ट डॉ. विद्या गुप्ता कहती हैं कि बेल में प्रोटीन, खनिज लवण, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, शुगर, फैटी एसिड, फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. ये रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ हृदय रोग, पाचन संबंधी समस्याएं, त्वचा रोग निजात दिलाने और हीमोग्लोबिन को बढ़ाने का काम करता है.
धमनियां रखे दुरुस्त
बेल का शर्बत पेट संबंधित समस्याओं को दूर करता है. गर्मियों के मौसम में लू से बचाता है. बेल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, गैस्ट्रिक अल्सर को ठीक करने के साथ-साथ पाचन तंत्र को मजबूत करने का काम करता है. बेल का सेवन करने से कब्ज दूर होता है. पेट के संक्रमण से भी बचाता है. बेल में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट से ये शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है. इसमें मौजूद पोटैशियम उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है. ये रक्त धमनियों को सख्त होने से बचाता है, जिससे हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा कम करता है.
हड्डियों को देता है मजबूती
बेल में कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है. इसकी वजह से ये दांतों और हड्डियों को स्वस्थ रखता है. ये हड्डियों की बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस से भी बचाने में मदद करता है. बेल में मौजूद आयरन एनीमिया की समस्या को दूर करता है. बेल एक प्राकृतिक रक्त शोधक है. ये शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं और हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में सहायक है. बेल के फल के साथ इसकी छाल और पत्तियां भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं. बेल की छाल में मौजूद फेरोनिया रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करता है. इसकी पत्तियों में मौजूद टैनिन सूजन कम करती है. बेल के फल और पत्तियों को सुखाकर पेट संबंधी रोगों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
बनाएं स्वादिष्ट जूस
बेल के पके हुए फल से शर्बत, स्क्वैश, चटनी, जैम और कच्चे फल का मुरब्बा और अचार बनाकर खाया जा सकता है. बेल का फल अपने गुणों की वजह से आयुर्वेद में विशेष स्थान रखता है. बेल के फल, पत्तों और छाल के साथ-साथ इसकी जड़ें भी कई रोगों के लिए इस्तेमाल की जाती हैं.