Rajasthan

हैदराबाद: नोम्मे कैफे में फलों जैसी पेरिसियन पेस्ट्री का ट्रेंड

Last Updated:October 16, 2025, 16:47 IST

फलों के आकार की कलात्मक मिठाइयां अब हैदराबाद पहुंच गई है. पेरिस के मशहूर पेस्ट्री शेफ़ सेड्रिक ग्रोलेट द्वारा शुरू की गई ये मिठाइयां दिखने में बिल्कुल असली फल जैसी लगती हैं, लेकिन असल में ये मूस, कॉम्पोट, स्पंज और चॉकलेट की परतों से बनी जटिल पेस्ट्रीज़ होती हैं.सोशल मीडिया ने दुनिया को इतना छोटा कर दिया है कि अब दुबई की कुनाफा चॉकलेट से लेकर टोक्यो के मुलायम पैनकेक तक दुनिया भर के फूड ट्रेंड्स हमें तुरंत देखने को मिल जाते हैं। इसका नतीजा यह हुआ है कि जो चीज़ें कभी विदेशों की महंगी पेस्ट्री शॉप्स तक सीमित थीं अब वो हमारे स्थानीय कैफे में भी दिखने लगी हैं।

सोशल मीडिया ने दुनिया को इतना छोटा बना दिया है कि अब दुबई की कुनाफा चॉकलेट से लेकर टोक्यो के मुलायम पैनकेक तक, दुनिया भर के फूड ट्रेंड्स हमें तुरंत देखने को मिल जाते हैं. इसका नतीजा यह हुआ है कि जो चीज़ें कभी विदेशों की महंगी पेस्ट्री शॉप्स तक सीमित थीं, वे अब हमारे स्थानीय कैफे में भी दिखने लगी हैं.

हैदराबाद में अब एक ऐसा ही नया ट्रेंड आया है जो पेरिस और इंस्टाग्राम दोनों पर छाया हुआ है फलों के आकार वाली मिठाइयाँ जो देखने में एकदम असली लगती हैं लेकिन असल में पेस्ट्री आर्ट की बारीक और जटिल कृतियाँ हैं। और अब आप इन्हें हैदराबाद के पहले कॉफी थिएटर नोम्मे में खा सकते हैं

हैदराबाद में अब एक ऐसा ही नया ट्रेंड आया है जो पेरिस और इंस्टाग्राम दोनों पर छाया हुआ है फलों के आकार वाली मिठाइयां जो देखने में एकदम असली लगती हैं लेकिन असल में पेस्ट्री आर्ट की बारीक और जटिल कृतियां हैं और अब आप इन्हें हैदराबाद के पहले कॉफी थिएटर नोम्मे में खा सकते हैं.

पेरिस से शुरू हुई यह अनोखी परंपरा फलों के आकार वाली ये मिठाइयाँ सबसे पहले पेरिस में प्रसिद्ध पेस्ट्री शेफ़ सेड्रिक ग्रोलेट द्वारा लोकप्रिय की गईं। उनकी इन कलात्मक रचनाओं ने कला और पेस्ट्री के बीच की लकीर ही मिटा दी। नींबू, सेब, आड़ू और अन्य फलों की इन यथार्थवादी नकलों ने सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गईं। इनकी खासियत सिर्फ़ बाहरी समानता ही नहीं, बल्कि अंदर छिपी परतें हैं मूस, कॉम्पोट, स्पंज और चॉकलेट, जो हर बाइट में स्वाद और बनावट का संतुलन बनाए रखती हैं।

पेरिस से शुरू हुई यह अनोखी परंपरा<br />फलों के आकार वाली ये मिठाइयां सबसे पहले पेरिस में प्रसिद्ध पेस्ट्री शेफ़ सेड्रिक ग्रोलेट द्वारा लोकप्रिय की गई, उनकी इन कलात्मक रचनाओं ने कला और पेस्ट्री के बीच की लकीर ही मिटा दी. नींबू, सेब, आड़ू और अन्य फलों की इन यथार्थवादी नकलों ने सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गई, इनकी खासियत सिर्फ़ बाहरी समानता ही नहीं, बल्कि अंदर छिपी परतें हैं मूस, कॉम्पोट, स्पंज और चॉकलेट, जो हर बाइट में स्वाद और बनावट का संतुलन बनाए रखती हैं.

ये चमकदार डिज़ाइन जल्द ही आधुनिक पेस्ट्री कला का वैश्विक प्रतीक बन गईं जो फ्रेंच पेस्ट्री की नफासत और इंस्टाग्राम फ्रेंडली खूबसूरती का बेहतरीन मेल है।

ये चमकदार डिज़ाइन जल्द ही आधुनिक पेस्ट्री कला का वैश्विक प्रतीक बन गईं जो फ्रेंच पेस्ट्री की नफासत और इंस्टाग्राम फ्रेंडली खूबसूरती का बेहतरीन मेल है.

अब हैदराबाद में भी मिलेंगी ये मिठाइयाँ अब यही ट्रेंड हैदराबाद पहुँच चुका है। बंजारा हिल्स स्थित कैफे 'नोम्मे' ने इन्हें अपने मेनू में शामिल किया है। प्रामाणिकता बनाए रखने के लिए विशेष रूप से एक पेरिसी शेफ़ को भी बुलाया गया है। मेनू में रास्पबेरी आर्कटिक, ब्लूबेरी-हेज़लनट, ग्रीन ऐपल, कोकोनट पपीता क्राउन और नाशपाती जैसे विकल्प शामिल हैं

अब हैदराबाद में भी मिलेंगी ये मिठाइयां<br />अब यही ट्रेंड हैदराबाद पहुंच चुका है, बंजारा हिल्स स्थित कैफे ‘नोम्मे’ ने इन्हें अपने मेनू में शामिल किया है. प्रामाणिकता बनाए रखने के लिए विशेष रूप से एक पेरिसी शेफ़ को भी बुलाया गया है, मेनू में रास्पबेरी आर्कटिक, ब्लूबेरी-हेज़लनट, ग्रीन ऐपल, कोकोनट पपीता क्राउन और नाशपाती जैसे विकल्प शामिल हैं.

हर एक डिश अपने असली फल जैसी इतनी दिखती है कि आप भ्रमित हो सकते हैं। चमकदार बाहरी परत के नीचे मूस, फिलिंग और चॉकलेट शेल की नाज़ुक परतें छिपी हैं, जो हर चम्मच को स्वाद और कलात्मकता से भर देती हैं।

हर एक डिश अपने असली फल जैसी इतनी दिखती है कि आप भ्रमित हो सकते हैं, चमकदार बाहरी परत के नीचे मूस, फिलिंग और चॉकलेट शेल की नाज़ुक परतें छिपी हैं, जो हर चम्मच को स्वाद और कलात्मकता से भर देती हैं.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।First Published :

October 16, 2025, 16:47 IST

homeajab-gajab

हैदराबाद के नोम्मे कैफे में फलों जैसी पेरिसियन पेस्ट्री का ट्रेंड

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj