Gardening Tips : बरसात के बाद बगीचे की होगी नई चमक! जानिए कैसे करें पौधों की देखभाल और मिट्टी को उपजाऊ

Last Updated:October 12, 2025, 00:42 IST
Gardening Tips : बरसात के बाद बगीचे की देखभाल बेहद अहम हो जाती है क्योंकि लगातार नमी पौधों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकती है. ऐसे में सफाई, गुड़ाई और खाद-पानी का सही संतुलन बगीचे को फिर से हरा-भरा बना सकता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, बरसात के बाद थोड़ी सी मेहनत से बगीचा फिर से खूबसूरत और जीवंत दिखने लगता है.
सीकर : बरसात के बाद बगीचे की देखभाल बेहद जरूरी हो जाती है क्योंकि लगातार नमी से पौधों की जड़ें सड़ने लगती हैं और कीट बढ़ जाते हैं. इस समय बगिया को फिर से संवारने के लिए सफाई, गुड़ाई और उचित खाद-पानी की जरूरत होती है. ऐसे में थोड़ी मेहनत और देखभाल से आपका बगीचा फिर से हरा-भरा और सुंदर नजर आने लगेगा.
गार्डनिंग एक्सपर्ट रमेश कुमार ने बताया कि बारिश के बाद पौधों की सबसे पहले पौधों की जलनिकासी की जांच करें. गमलों के नीचे बने छेद बंद न हों ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके और जड़ों तक हवा पहुंचती रहे. जमीन में लगे पौधों के आसपास की मिट्टी को ढीला रखें और उस पर चलने से बचें. सूखी मिट्टी वाले पौधों को ही पानी दें ताकि जड़ें स्वस्थ बनी रहें.
इसके अलावा, बरसात के बाद बगीचे में सफाई और गुड़ाई बहुत जरूरी है. इस समय सूखी या पीली टहनियों को काट दें और सड़े पौधों को हटा दें ताकि नई कोंपलें निकल सकें. टूटे या गिरे पौधों की मिट्टी में नई खाद मिलाकर भराई करें. इससे मिट्टी की बनावट सुधरेगी और पौधों की जड़ों को बेहतर ऑक्सीजन मिलेगी.
उन्होंने बताया कि खरपतवार बरसात के मौसम में तेजी से बढ़ते हैं और पौधों के पोषक तत्वों को छीन लेते हैं. इसलिए इन्हें जड़ सहित उखाड़ना जरूरी है. इससे मिट्टी में नमी और पोषक तत्व संतुलित बने रहते हैं. नियमित सफाई से बगीचा न केवल सुंदर दिखता है बल्कि पौधों की वृद्धि भी बेहतर होती है.
बारिश के बाद कीट और फफूंदी का प्रकोप बढ़ जाता है. इससे बचाव के लिए धूप वाले दिनों में नीम के तेल का पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें. इससे पत्तियों पर जमी फफूंदी खत्म होगी और कीट दूर रहेंगे. जो पौधे पूरी तरह खराब हो चुके हों, उन्हें उखाड़कर खाद के ढेर में डाल देना बेहतर होता है.
गार्डनिंग एक्सपर्ट रमेश कुमार ने बताया कि बरसात थमने के बाद पानी देने में सावधानी रखें. मिट्टी गीली हो तो पानी न डालें, क्योंकि इससे जड़ें सड़ सकती हैं. जब मिट्टी सूखने लगे तब ही हल्का पानी दें. धूप वाले दिनों में मिट्टी में सूखापन आने पर ही खाद डालें ताकि पौधे पोषक तत्वों को ठीक से सोख सकें और नई वृद्धि कर सकें.
नए पौधे लगाने से पहले मिट्टी को पूरी तरह सूखने दें. अगर मिट्टी हाथों में चिपकती है तो वह अभी रोपण के लिए तैयार नहीं है. सूखी और भुरभुरी मिट्टी में ही नए पौधे अच्छी तरह बढ़ते हैं. थोड़ी देखभाल और सही समय पर किए गए काम आपकी बगिया को फिर से जीवन और हरियाली से भर देंगे.
First Published :
October 12, 2025, 00:42 IST
homerajasthan
बरसात के बाद बगीचा फिर खिलेगा हरा-भरा, जानिए देखभाल के आसान उपाय