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Gardening Tips : रात ढलते ही महक उठेगी आपकी बालकनी! लगाइए रजनीगंधा, खुशबू से भर जाएगा घर का हर कोना

Last Updated:October 28, 2025, 13:07 IST

रजनीगंधा- जिसका नाम ही बताता है रात की सुगंध! सूरज ढलते ही इसकी मादक खुशबू पूरे माहौल को महका देती है. सुंदर सफेद फूलों वाला यह पौधा न सिर्फ घर की शोभा बढ़ाता है, बल्कि इसकी खेती से आप गजरा, पूजा और सजावट के लिए भी फूल प्राप्त कर सकते हैं.रजनीगंधा जिसके नाम में ही इसका रहस्य छुपा है रजनी यानी रात और गंधा यानी सुगंध। यह वह जादुई फूल है जो सूरज ढलते ही अपनी मादक और मीठी खुशबू से पूरे वातावरण को सुगंधित कर देता है। अगर आप चाहते हैं कि आपके घर का हर कोना इसकी सुगंध से भर जाए तो आपकी बालकनी या बगीचा रजनीगंधा उगाने के लिए एकदम सही जगह है।

रजनीगंधा जिसके नाम में ही इसका रहस्य छुपा है रजनी यानी रात और गंधा यानी सुगंध. यह वह जादुई फूल है जो सूरज ढलते ही अपनी मादक और मीठी खुशबू से पूरे वातावरण को सुगंधित कर देता है. अगर आप चाहते हैं कि आपके घर का हर कोना इसकी सुगंध से भर जाए तो आपकी बालकनी या बगीचा रजनीगंधा उगाने के लिए एकदम सही जगह है.

रजनीगंधा का पौधा रजनीगंधा एक बारहमासी पौधा है जो अपने लंबे डंठल और सफेद, तारे के आकार के फूलों के लिए जाना जाता है। इसकी खासियत है कि यह बीज से नहीं, बल्कि कंद से उगाया जाता है। यह न केवल घर की शोभा बढ़ाता है, बल्कि इसका उपयोग गजरे, पूजा-अनुष्ठान, परफ्यूम उद्योग और फूलों की सजावट में भी खूब किया जाता है

रजनीगंधा का पौधा<br />रजनीगंधा एक बारहमासी पौधा है जो अपने लंबे डंठल और सफेद तारे के आकार के फूलों के लिए जाना जाता है. इसकी खासियत है कि यह बीज से नहीं, बल्कि कंद से उगाया जाता है. यह न केवल घर की शोभा बढ़ाता है, बल्कि इसका उपयोग गजरे, पूजा-अनुष्ठान, परफ्यूम उद्योग और फूलों की सजावट में भी खूब किया जाता है.

रजनीगंधा लगाने का सही तरीका रजनीगंधा लगाने के लिए स्वस्थ और दृढ़ कंदों का चुनाव करें। वे कंद खराब माने जाते हैं जो नरम, सड़े हुए, या फफूंदी लगे हुए दिखाई दें। अच्छी गुणवत्ता वाले कंद नर्सरी या विश्वसनीय ऑनलाइन स्टोर से खरीदें।

रजनीगंधा लगाने का सही तरीका<br />रजनीगंधा लगाने के लिए स्वस्थ और दृढ़ कंदों का चुनाव करें. वे कंद खराब माने जाते हैं जो नरम, सड़े हुए, या फफूंदी लगे हुए दिखाई दें. अच्छी गुणवत्ता वाले कंद नर्सरी या विश्वसनीय ऑनलाइन स्टोर से खरीदें.

मिट्टी की तैयारी रजनीगंधा को हल्की, भुरभुरी और उत्तम जल निकासी वाली मिट्टी पसंद है। जलभराव से कंद सड़ सकते हैं। एक आदर्श मिश्रण बनाने के लिए ले 60% सामान्य बगीचे की मिट्टी 30% जैविक खाद और 10% रेत यह जल निकासी को बेहतर बनाता है। मिट्टी का pH स्तर 6.0 से 7.0 के बीच हल्का अम्लीय से तटस्थ होना चाहिए।

मिट्टी की तैयारी<br />रजनीगंधा को हल्की, भुरभुरी और उत्तम जल निकासी वाली मिट्टी पसंद है. जलभराव से कंद सड़ सकते हैं. एक आदर्श मिश्रण बनाने के लिए ले 60% सामान्य बगीचे की मिट्टी 30% जैविक खाद और 10% रेत यह जल निकासी को बेहतर बनाता है. मिट्टी का pH स्तर 6.0 से 7.0 के बीच हल्का अम्लीय से तटस्थ होना चाहिए.

कंद रोपण की विधि रजनीगंधा के कंद आप किसी भी माह में लगा सकते हैं अगर गमले में लगा रहे हैं, तो कम से कम 12 इंच गहरा और चौड़ा गमला चुनें। गमले या क्यारी में मिट्टी का मिश्रण भरें। प्रत्येक कंद को लगभग 2-3 इंच की गहराई पर लगाएं। दो कंदों के बीच कम से कम 6-8 इंच का फासला रखें ताकि पौधों को फैलने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।

कंद रोपण की विधि<br />रजनीगंधा के कंद आप किसी भी माह में लगा सकते हैं अगर गमले में लगा रहे हैं, तो कम से कम 12 इंच गहरा और चौड़ा गमला चुनें. गमले या क्यारी में मिट्टी का मिश्रण भरें. प्रत्येक कंद को लगभग 2-3 इंच की गहराई पर लगाएं. दो कंदों के बीच कम से कम 6-8 इंच का फासला रखें ताकि पौधों को फैलने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके.

धूप की आवश्यकता रजनीगंधा को पूर्ण सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है।इसे रोजाना कम से कम 5-6 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए। पर्याप्त धूप मिलने पर ही पौधा स्वस्थ रहेगा और फूलों की संख्या व गुणवत्ता अच्छी होगी।

धूप की आवश्यकता<br />रजनीगंधा को पूर्ण सूर्य के प्रकाश की आवश्यकता होती है. इसे रोजाना कम से कम 5-6 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए. पर्याप्त धूप मिलने पर ही पौधा स्वस्थ रहेगा और फूलों की संख्या व गुणवत्ता अच्छी होगी.

First Published :

October 28, 2025, 13:07 IST

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खुशबू से महक उठेगा हर कोना, ऐसे लगाएं और संवारें अपने घर पर रजनीगंधा का पौधा

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