Gardening Tips: घर पर उगाइए हरी-भरी पालक, बिना खर्च पाएंगे ताजगी, सेहत और बचत का तिहरा फायदा!

Last Updated:October 31, 2025, 13:38 IST
Gardening Tips : सर्दियों में ताजा और पौष्टिक सब्जियों का स्वाद अलग ही होता है. ऐसे में अगर आप भी घर पर हरी-भरी पालक उगाते हैं तो न सिर्फ शुद्ध और ऑर्गेनिक सब्जी पाएंगे, बल्कि सेहत और पैसे दोनों की बचत होगी. गृहणी सुमित्रा मौर्य बताती हैं कि थोड़ी देखभाल और सही मिट्टी से छत या बालकनी में भी पालक उगाना आसान है.
सीकर : पालक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको बिना किसी मिलावट के ताजा, शुद्ध और पौष्टिक हरी सब्जी घर पर ही मिल जाती है. घर में उगाई गई पालक में किसी भी प्रकार का रासायनिक खाद या कीटनाशक नहीं डाला जाता, जिससे यह पूरी तरह ऑर्गेनिक और सुरक्षित रहती है. इसमें मौजूद आयरन, कैल्शियम, विटामिन ए, सी, के और फाइबर शरीर को मजबूत बनाते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं. घर के किचन गार्डन में पालक की खेती करने का एक फायदा है कि बाजार से पालक नहीं खरीदने पर आपके पैसे भी बचेंगे.

घर पर पालक उगाने का एक और बड़ा फायदा यह है कि आप इसे अपने रोज़मर्रा के आहार में शामिल कर सकते हैं. इसका चाहे सूप बनाना हो, साग या फिर सब्जी पालक हर रूप में स्वादिष्ट और सेहतमंद होता है. नियमित रूप से पालक खाने से शरीर को ताकत भी मिलती है, पाचन तंत्र मजबूत होता है और खून की कमी जैसी समस्या से बचाव होता है. इसके अलावा एक और खास बात ये है यह सर्दियों के मौसम में शरीर को गर्माहट देने में भी मदद करता है.

ऐसे में अगर आप भी अपने किचन गार्डन में पालक उगाना चाहते हैं तो अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी की तैयारी सबसे जरूरी है. आप छत, बालकनी या घर के किसी कोने में गमले, ग्रो बैग या क्यारी में पालक उगा सकते हैं. गृहणी सुमित्रा मौर्य ने बताया कि इसके लिए ढीली, उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी तैयार करें मिट्टी में 60 फीसदी सामान्य मिट्टी और 30 फीसदी गोबर की खाद और 10 फीसदी रेत मिलाएं. यह मिश्रण पौधों की जड़ों को आवश्यक पोषण देगा और उन्हें स्वस्थ बनाए रखेगा.

पालक उगाने के लिए अक्टूबर से जनवरी तक का समय सबसे सही समय माना जाता है. इस दौरान मौसम ठंडा रहता है, जो पालक की वृद्धि के लिए सबसे सही समय होता है. इसकी बुवाई के लिए ऑल ग्रीन, पूसा पालक, जोधपुर ग्रीन, स्वर्णा पालक, पूसा हरित, पूसा ज्योति, जोबनेर ग्रीन और पंजाब ग्रीन जैसी किस्में अच्छी है. इनसे पैदावार भी अच्छी मिलती है. आप अपने क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी के अनुसार सही किस्म का चयन करना जरूरी है.

गृहणी सुमित्रा मौर्य ने बताया कि पालक के बीजों को बोने से पहले 6 से 12 घंटे तक पानी में भिगोना चाहिए ताकि उनका अंकुरण अच्छा हो. भिगोए गए बीजों को सुखाकर मिट्टी में लगभग 1 सेंटीमीटर गहराई में बोएं. बुवाई के बाद मिट्टी में हल्का पानी दें, ध्यान रखें कि अधिक पानी न डालें. ज्यादा नमी से पौधों की जड़ें सड़ सकती हैं. पौधों की अच्छी वृद्धि के लिए उन्हें प्रतिदिन 3 से 4 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए.

कटाई के समय बरतें सावधानी: गृहणी सुमित्रा मौर्य ने बताया कि पालक के बीज बोने के लगभग 20 से 25 दिन बाद पौधे पहली कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं. घर में पालक उगाने का फायदा यह है कि एक बार बोई गई फसल से आप 3 से 4 बार तक कटाई कर सकते हैं. कटाई करते समय पौधे की जड़ों को नुकसान न पहुंचाएं ताकि नई पत्तियां दोबारा निकल सकें. नियमित सिंचाई और हल्की खाद डालते रहना पौधे की ग्रोथ के लिए आवश्यक है.

कीट और रोग नियंत्रण के प्राकृतिक उपाय: पालक के पौधों को कीटों और रोगों से बचाने के लिए रासायनिक दवाओं की बजाय प्राकृतिक उपाय अपनाना बेहतर होता है. इसके लिए नीम के पानी या नीम तेल का छिड़काव करें. इसके अलावा जैविक कीटनाशकों का उपयोग भी प्रभावी रहता है. मिट्टी को समय-समय पर ढीला करते रहें ताकि पौधों की जड़ों तक हवा और नमी सही मात्रा में पहुंच सके. इससे पौधे लंबे समय तक हरे-भरे और स्वस्थ बने रहते हैं.
First Published :
October 31, 2025, 13:38 IST
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घर पर उगाएं हरी-भरी पालक, पाएंगे ताजगी, सेहत और बचत का तिहरा फायदा



