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Gardening Tips : घर पर गार्डन को बनाएं हरा-भरा, भरतपुर के देसी तरीके से तोरई उगाएं बड़ी, ताजी और केमिकलमुक्त

Last Updated:October 17, 2025, 16:29 IST

Gardening Tips : भरतपुर के ग्रामीणों ने घर के गार्डन में ताजी और शुद्ध तोरई उगाने का देसी तरीका बताया. पेड़ों या बांस के सहारे बेल उगाने से फल बड़े, स्वादिष्ट और कीट-मुक्त रहते हैं. प्राकृतिक खाद और नियमित पानी देने से जैविक तोरई तैयार होती है. इस सरल और कारगर तरीके से घर पर ताजगी और स्वास्थ्य दोनों का फायदा मिलता है.news 18

भरतपुर : अगर आप भी अपने घर के गार्डन में शुद्ध और ताजी तोरई लगाना चाहते हैं. तो भरतपुर के ग्रामीणों का यह देसी और कारगर तरीका आपके लिए उपयोगी साबित हो सकता है. कई गांवों में लोग पेड़ों के सहारे तोरई की बेल लगाते हैं. जिससे न केवल भरपूर पैदावार मिलती है. बल्कि तोरई का आकार बड़ा स्वादिष्ट और पूरी तरह प्राकृतिक होती हैं.

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ग्रामीणों का कहना है कि जब तोरई की बेल किसी पेड़ पर चढ़ाई जाती है तो उसे खुली हवा और पर्याप्त धूप मिलती है इससे बेल तेजी से बढ़ती है और फल बड़े आकार के होते हैं. पेड़ की शाखाओं पर लटकने के कारण तोरई मिट्टी से नहीं टकराती जिससे सड़न या कीटों का डर नहीं रहता यही वजह है कि पेड़ पर उगी तोरई ताजी और हरी-भरी रहती है.

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तोरई की बेल को लगाने के लिए ऐसी जगह चुने जहां धूप और हवा दोनों पर्याप्त मिलें जैसे नीम करंज या सीसम जैसे पेड़ इसके लिए सबसे अच्छे माने जाते हैं. साथ ही खाद का उपयोग जिसमें रासायनिक खादों के बजाय गोबर की खाद या कम्पोस्ट डालें यह मिट्टी को पोषक बनाती है और तोरई का स्वाद भी बढ़ाती है. इसके अलावा सिंचाई का ध्यान रखें बेल को नियमित पानी दें.

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लेकिन ज्यादा न डालें गीली मिट्टी में बेल जल्दी सड़ सकती है. साथ ही इसके लिए सहारा देना न भूलें अगर पेड़ नहीं है तो बांस या लकड़ी के डंडों का जाल बनाकर बेल को ऊपर की ओर बढ़ाएं जिससे बेल आसानी से चढ़ने लगेगी साथ ही घरेलू उपाय अपनाएं जैसे कीटों से बचाव के लिए नीम के पत्तों का पानी छिड़कें इससे तोरई पर कीड़े नहीं लगते और बेल भी हरी भरी रहेगी.

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ग्रामीण बताते हैं कि इस प्राकृतिक तरीके से तैयार तोरई में किसी भी तरह का केमिकल या मिलावट नहीं होती यह पूरी तरह जैविक होती है और शरीर के लिए फायदेमंद भी, तोरई में विटामिन, फाइबर और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. जो शरीर के लिए काफी अच्छे होते हैं. आज के समय में शहरी क्षेत्रों में भी लोग देसी तरीके को अपनाने लगे हैं.

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इससे न केवल रसायनमुक्त सब्जी मिलती है. बल्कि गार्डन का सौंदर्य भी बढ़ जाता है अगर आप भी अपने घर पर शुद्ध और स्वादिष्ट तोरई उगाना चाहते हैं तो यह देसी तरीका अपनाकर आप प्राकृतिक खेती का मजा ले सकते हैं. इस तरीके से आप भी तोरई की बेल लगा सकते हैं और ताजा शुद्ध और स्वादिष्ट तोरई का स्वाद ले सकते हैं.

First Published :

October 17, 2025, 16:29 IST

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भरतपुर के देसी तरीके से घर पर उगाएं ताजी, हरी-भरी और केमिकलमुक्त तोरई

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