चूरू में गीता क्लासेज: यहां मिलती है तनाव-मुक्त जीवन की शिक्षा, बच्चों के साथ पढ़ने आते है अभिभावक
चूरू: आज के दौर में जहां अभिभावक बच्चों को अंग्रेजी बोलने और उच्च संस्थानों में दाखिले के लिए प्रेरित कर रहे हैं, वहीं चूरू में एक अनूठी क्लास चल रही है. इस क्लास का उद्देश्य बच्चों को डिग्री या सर्टिफिकेट देने के बजाय तनाव-मुक्त जीवन जीने और सतमार्ग पर चलकर सफलता हासिल करने के तरीके सिखाना है. यहां, बच्चों के साथ उनके अभिभावक भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.
गीता का प्रचार और युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन पंडित जनार्दन आचार्य ने बताया कि इस क्लास का आयोजन विलुप्त होती सनातन संस्कृति को पुनर्जीवित करने और युवा पीढ़ी को सनातन धर्म के मार्ग पर लाने के उद्देश्य से हर रविवार को किया जाता है. दिलचस्प है कि यहां आने वाले छोटे बच्चे गीता के श्लोक सीखने के लिए उत्साहित रहते हैं. सराफ फाउंडेशन से जुड़े संजय सिघानिया ने बताया कि बच्चों को हर रविवार शाम 5 बजे से 7 बजे तक गीता के श्लोक, हरि नाम संकीर्तन और दैनिक जीवन की अच्छी बातों का अध्ययन कराया जाता है.
उत्साहवर्धन के उपायसंजय सिघानिया ने बताया कि स्वामी रामसूखदास जी महाराज के सदविचार से प्रेरित होकर यह क्लास प्रारंभ हुई, जिसमें वर्तमान में 175 बच्चे भाग ले रहे हैं. बच्चों को गीता के श्लोक और हरि संकीर्तन के साथ अल्पाहार भी निःशुल्क दिया जाता है. आचार्य जनार्दन ने बताया कि बच्चों के उत्साह वर्धन हेतु हर अध्याय पर उपहार दिए जाते हैं और चोटी धारण करने पर भी विशेष उपहार प्रदान किए जाते हैं. इस अनूठे प्रयास से न केवल बच्चों की धार्मिक शिक्षा हो रही है, बल्कि वे मानसिक तनाव से भी मुक्त हो रहे हैं.
FIRST PUBLISHED : September 27, 2024, 17:44 IST