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gemini ai comes with live translation to any headphones google real time original speech- ट्रैवलर्स और स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी, Google का नया AI फीचर, हेडफोन से सीधे मिलेगा लाइव ट्रांसलेशन

गूगल अब अपने Gemini AI की मदद से लाइव ट्रांसलेशन फीचर को ज्यादा लोगों तक पहुंचाने की तैयारी में है. अब तक यह सुविधा सिर्फ Pixel Buds तक सीमित थी, लेकिन अब गूगल इसे किसी भी माइक्रोफोन वाले हेडफोन पर उपलब्ध कराने जा रहा है. ये नया फीचर फिलहाल बीटा वर्जन में रोलआउट हो रहा है और इसे सीधे गूगल ट्रांसलेट ऐप में जोड़ा गया है.

गूगल का कहना है कि इस अपडेट का मकसद रियल-टाइम भाषा अनुवाद को आसान और हर किसी के लिए सहूलियत वाला बनाना है. यानी अब अलग-अलग भाषाएं बोलने वाले लोग आसानी से एक-दूसरे से बात कर सकेंगे, वह भी बिना किसी खास डिवाइस के.

यह फीचर कैसे काम करता है?ये लाइव ट्रांसलेशन फीचर Gemini की speech-to-speech AI टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है. यह सिर्फ शब्दों का अनुवाद नहीं करता, बल्कि सामने वाले की बात का मतलब और संदर्भ (context) समझकर अनुवाद देता है. इससे ट्रांसलेशन ज्यादा नेचुरल और बातचीत जैसा लगता है.

गूगल की VP (Product & Search) Rose Yao के मुताबिक, Gemini मुहावरों और भावनात्मक वाक्यों को भी सही तरीके से समझता है. उदाहरण के तौर पर, अगर कोई ‘stealing my thunder’ जैसा मुहावरा बोले, तो Gemini उसका शब्दशः अनुवाद नहीं करेगा, बल्कि उसका सही मतलब बताएगा.

कैसे करें इस्तेमाल?

इस फीचर का इस्तेमाल करना काफी आसान है.
एंड्रॉयड फोन में अपने हेडफोन कनेक्ट करें.
गूगल Translate ऐप खोलें.
‘Live Translate’ बटन पर टैप करें

इसके बाद ऐप हेडफोन के माइक्रोफोन से आवाज सुनेगा और तुरंत ऑडियो और स्क्रीन पर ट्रांसलेशन दिखाएगा.

किन डिवाइसेज़ पर मिलेगा सपोर्ट?गूगल के मुताबिक, ये फीचर 70 से ज्यादा भाषाओं को सपोर्ट करता है. ये लगभग सभी हेडफोन्स पर काम करेगा, बस उनमें माइक्रोफोन होना जरूरी है. फिलहाल ये सुविधा अमेरिका, भारत और मैक्सिको में बीटा के तौर पर उपलब्ध है और अभी सिर्फ Android डिवाइसेज़ के लिए है.

iPhone यूज़र्स को इसके लिए थोड़ा इंतजार करना होगा, क्योंकि गूगल इसे 2026 में iOS के लिए लाने की योजना बना रहा है.

इससे ये समझ में आता है कि Pixel Buds से बाहर निकलकर थर्ड-पार्टी हेडफोन्स तक यह फीचर पहुंचना गूगल को यूनिवर्सल लाइव ट्रांसलेशन के और करीब ले जाता है, जो यात्रियों, छात्रों और मल्टी-लैंग्वेज बातचीत करने वालों के लिए बेहद काम का साबित हो सकता है.

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