Rajasthan

डिप्रेशन को करें कम…दर्द से दिलाए छुटकारा! बड़ा करामाती है इस पत्ते का तेल, कई बीमारियों को करता है नाश

Agency: Rajasthan

Last Updated:February 24, 2025, 18:01 IST

Wite Ecualyptus Plant Benefits: आयुर्वेदिक डॉक्टर रामावतार दायमा ने बताया कि इसकी पत्तियों का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने के लिए भी किया जाता है. इसके तेल कई औषधीय गुण पाए जाते हैं.X
आयुर्वेद
आयुर्वेद में सफेदा का उपयोग अधिक होने के कारण इसकी डिमांड बढ़ गई है. 

हाइलाइट्स

सफेदा के पेड़ की डिमांड बढ़ी, किसान कर रहे खेती.सफेदा का तेल श्वसन रोगों और दर्द में फायदेमंद.तनाव और मानसिक शांति के लिए सफेदा का तेल उपयोगी.

जयपुर. सफेदा के पेड़ की बढ़ती डिमांड के कारण अब किसान इसकी खेती भी करने लगे हैं. इसकी डिमांड बढ़ने का कारण इसकी लड़की और इसके आयुर्वेदिक फायदे हैं. सफेदा को नीलगिरी भी कहा जाता है. गार्डेनिंग एक्सपर्ट रमेश कुमार ने बताया कि इस पेड़ की ऊंचाई तेजी से बढ़ती है. यह पेड़ अन्य पेड़ों के मुकाबले जल्दी बड़ा हो जाता है. इस पेड़ में बढ़ने की क्षमता और जल सोखने की विशेषता के लिए जाना जाता है. इसकी लकड़ी का उपयोग कागज बनाने और ईंधन के लिया जाता है.

आयुर्वेदिक डॉक्टर रामावतार दायमा ने बताया कि सफेदा की आयुर्वेद में सफेदा का उपयोग अधिक होने के कारण इसकी डिमांड बढ़ गई है. सफेदा का उपयोग आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में कई प्रकार की बीमारियों के उपचार में किया जाता है. इसकी पत्तियों और तेल में औषधीय गुण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माने जाते हैं.

इन बीमारियों में फायदेमंद

1. श्वसन संबंधी रोगों में फायदेमंद: आयुर्वेदिक डॉक्टर रामावतार दायमा ने बताया कि सफेदा के तेल की भाप लेने से सर्दी, खांसी, जुकाम, ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी समस्याओं में राहत मिलती है. इसका उपयोग साइनस और नाक बंद होने की समस्या को दूर करने में किया जाता है.2. दर्द निवारक: सफेदा के तेल की मालिश गठिया और मांसपेशियों के दर्द को कम करने में सहायक होती है. इसके अलावा चोट, सूजन या मोच में भी इसका तेल फायदेमंद माना जाता है. इसके अलावा यह कीटाणुनाशक होता है, इसलिए घावों, जलने और कटने पर इसका तेल लगाया जाता है. दाद, खुजली, फोड़े-फुंसी जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं में भी उपयोगी होता है. वहीं, मुंहासों को ठीक करने के लिए भी सफेदा के तेल का उपयोग किया जाता है.4. तनाव और मानसिक शांति: डॉक्टर ने बताया कि इसका तेल का उपयोग तनाव और चिंता को कम करने में किया जाता है. तनाव के समय इसका तेल नाक के पास ले जाकर सुंघाया जाता है. सिरदर्द में इसकी हल्की मालिश करने से आराम मिलता है. इसके अलावा यह तेल मसूड़ों की सूजन और दांतों के संक्रमण से बचाने में मदद करते हैं. कई माउथवॉश और टूथपेस्ट में इसका उपयोग किया जाता है.5. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुण इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायक होते हैं. संक्रमण से बचाने के लिए आयुर्वेद में इसे फायदेमंद माना जाता है. सफेदा का उपयोग अपच, गैस और पेट दर्द में किया जाता है. यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है और भूख बढ़ाने में मदद करता है.


Location :

Jaipur,Jaipur,Rajasthan

First Published :

February 24, 2025, 18:01 IST

homelifestyle

डिप्रेशन को करें कम…दर्द से दिलाए छुटकारा! बड़ा करामाती है इस पत्ते का तेल

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj