फैटी लिवर की छुट्टी! 4 हफ्तों में बॉडी होगी डिटॉक्स, आचार्य मनीष ने बताया कैसे काम करती है शुद्धि किटpet yakrit pleeha shudhhi kit by acharya manish for fatty liver

Pet Yakrit pleeha Shuddhi kit: आयुर्वेदिक उपचारों से तमाम बीमारियों को दूर कर रहे जाने-माने आयुर्वेदाचार्य आचार्य मनीष ने अब पूरे शरीर को डिटॉक्स करने का फॉर्मूला लांच कर दिया है. डिटॉक्सिफिकेशन आयुर्वेद में सभी रोगों को दूर रखने का उपाय है, अब इसे सिर्फ एक किट के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है. 4 हफ्तों में यह शुद्धि किट पेट-यकृत और प्लीहा को डिटॉक्स कर सकती है.यह किट देशभर में आयुर्वेद आधारित रोकथाम और उपचार स्वास्थ्य समाधान को सुलभ बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है.
आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ आचार्य मनीष ने राजधानी दिल्ली में ‘पेट-यकृत-प्लीहा शुद्धि किट’ को लांच करते हुए बताया कि आयुर्वेद हमें सिखाता है कि असली उपचार हमेशा जड़ों से शुरू होता है. जब शरीर के प्रमुख अंग खासकर पेट, यकृत (लीवर) और प्लीहा (स्प्लीन) शुद्ध और मजबूत होते हैं, तो रोग खुद-ब-खुद दूर हो जाते हैं. डिटॉक्सिफिकेशन केवल उपचार नहीं बल्कि स्वास्थ्य की बुनियाद है. ऐसे आयुर्वेदिक तरीकों को दिनचर्या में अपनाने से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता और जीवनशक्ति बढ़ती है.
उन्होंने कहा कि यह किट जीना सीखो लाइफकेयर लिमिटेड की कई वर्षों की क्लिनिकल रिसर्च और परीक्षण का परिणाम है. कंपनी को आयुष मंत्रालय से भी मंजूरी प्राप्त है और यह किट HIIMS अस्पतालों में क्लिनिकली वैलिडेटेड है.
क्या सिर्फ बीमार लोगों के लिए है ये किट पेट-यकृत-प्लीहा शुद्धि किट सिर्फ बीमार व्यक्तियों के लिए ही नहीं बल्कि स्वस्थ लोगों के लिए भी फायदेमंद है. इसे शरीर की नियमित सफाई और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए उपयोग किया जा सकता है. किट में चार हफ्तों का एक तय प्रोटोकॉल है, जो पाचन प्रणाली को संतुलित करता है, लिवर की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाता है और प्लीहा से जुड़ी प्रतिरक्षा क्षमता को मजबूत करता है. यह विशेष रूप से गैस, अम्लता, कब्ज, बदहजमी, मोटापा, लिवर की कमजोरी और खराब पाचन जैसी समस्याओं में उपयोगी है.
उन्होंने बताया कि पेट-यकृत-प्लीहा शुद्धि किट शुद्धि ब्रांड की कई अन्य विशेष आयुर्वेदिक किट्स, जैसे डायबिटीज केयर, बीपी केयर, डिप्रेशन एंड एंग्जायटी, लिवर, किडनी, थायरॉयड, हृदय, फेफड़े, जोड़ और इम्यूनिटी केयर किट्स की आधारशिला भी है.
आचार्य मनीष का मानना है कि आधुनिक जीवनशैली में बढ़ती बीमारियों का समाधान केवल आयुर्वेदिक डिटॉक्सिफिकेशन और जीवनशैली सुधार से ही संभव है. उन्होंने कहा, ‘हमारा उद्देश्य है कि लोग बीमारी से पहले स्वास्थ्य की देखभाल को प्राथमिकता दें. पेट-यकृत-पलीहा शुद्धि किट इसी सोच को आगे बढ़ाती है.’ बता दें कि आचार्य मनीष पिछले 20 साल से शुद्धि क्लीनिक और HIIMS हॉस्पिटलस (मेरठ, चंडीगढ़, नवी मुंबई, लखनऊ, पंचकूला और कुरुक्षेत्र) के माध्यम से पूरे देश में लाखों लोगों तक प्राकृतिक चिकित्सा पहुंचा रहे हैं.