G 20 summit: जयपुर से रेंट पर दिल्ली गई लग्जरी कारें, फुल साइज सेडान को प्रायोरिटी
जयपुर. जी—20 शिखर सम्मेलन में लग्जरी कारों की डिमांड को रेंटल कम्पनियों से पूरा किया गया है, जयपुर से भी रेंट पर लग्जरी कारें दिल्ली गई हैं। राष्ट्राध्यक्षों और विशिष्ट अधिकारियों के परिवहन के लिए लग्जरी कारों की मांग में वृद्धि हुई है। इसके लिए दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़ और बेंगलुरु के साथ—साथ जयपुर से भी किराए की कंपनियों से करोड़ों रुपये की कई लग्जरी कारें और वैन उपलब्ध करवाई गई हैं। वहीं लग्जरी वाहनों की कमी के कारण कुछ कैब रेंटल कंपनियों ने इन वाहनों को नेपाल से भी आयात किया है।
ये हैं पसंदीदा विकल्प
G20 शिखर सम्मेलन के लिए लग्जरी कार रेंटल कंपनियों से खरीदे गए वाहनों में फुल साइज लग्जरी सेडान की मांग सबसे ज्यादा है। मॉडल्स में मर्सिडीज-बेंज एस-क्लास, मर्सिडीज-मेबैक एस600, बीएमडब्ल्यू 7-सीरीज, जेनेसिस जी80 और ऑडी ए8 जैसे मॉडल पसंदीदा विकल्प रहे। इसके अलावा कुछ मध्यम आकार की कारों को भी शामिल किया गया है।
किराए की लागत प्रतिदिन एक लाख रुपए
इनमें से अधिकतर कारें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चंडीगढ़ और जयपुर जैसे महानगरीय और टियर-1 शहरों में स्थित कार रेंटल कंपनियों से ली गई हैं। दिल्ली में संचालित सबसे पुरानी कार रेंटल कम्पनी ने इस आयोजन के लिए 30-35 कारों की आपूर्ति की है, जिसकी किराए की लागत प्रति दिन एक लाख रुपए तक है।
नेपाल से आयातित कारें
लग्जरी कारों और वैन की उच्च मांग के कारण देश की एक नामी व्हीकल रेंटल कम्पनी ने टोयटा कोस्टर और वैन की कई इकाइयों का आयात भी किया है। ये वैन आधिकारिक तौर पर देश में उपलब्ध नहीं हैं लेकिन दुनिया भर के प्रतिनिधियों अधिकारियों इन्हें पसंद करते हैं। अपेक्षित संख्या में उपलब्ध न होने के कारण इन्हें नेपाल से आयात किया गया है।
ड्राइवर्स को दिया अंग्रेजी का प्रशिक्षण
जानकारी के मुताबिक G20 शिखर सम्मेलन के लिए 450 की आपूर्ति की गई है। इनका इस्तेमाल डेलिगेट्स को पांच सितारा लग्जरी होटलों से प्रगति मैदान और अन्य स्थानों तक ले जाने के लिए किया जा रहा है। लग्जरी कारों के ड्राइवर्स को हिंदी और अंग्रेजी लैंग्वेज का प्रशिक्षण दिया गया।