Fraud happens even by searching the customer care number, let’s know h | Online Fraud : कस्टमर केयर नंबर को सर्च करने से भी होता है फ्राड, आइए जानते है कैसे
देश में डिजिटल पेमेंट ( digital payments ) में काफी तेजी से उछाल आया है। अब अधिकतर लोग पैसों का लेनदेन यूपीआई (Online Account Hack) के जरिए ही करने लगे हैं। नोटबंदी और कोरोना के बाद तो इसके चलन में जबरदस्त ग्रोथ रिकॉर्ड हुआ है।
जयपुर
Published: April 15, 2022 11:16:42 am
देश में डिजिटल पेमेंट में काफी तेजी से उछाल आया है। अब अधिकतर लोग पैसों का लेनदेन यूपीआई के जरिए ही करने लगे हैं। नोटबंदी और कोरोना के बाद तो इसके चलन में जबरदस्त ग्रोथ रिकॉर्ड हुआ है। लेकिन, जैसे—जैसे देश में डिजिटल पेमेंट बढ़ा है वैसे—वैसे भारत में साइबर फ्रॉड से जुड़े मामलों में काफी इजाफा देखने को मिला है। ऐसे में कई लोगों को एक बड़े घाटे का सामना करना पड़ा। ठगी करने के लिए अक्सर साइबर नए नए हथकंडों को आजमा कर ठगी करते हैं, जिसमें सबसे ज्यादा बुजुर्ग दंपती या फिर बुजुर्ग लोग होते हैं। इन दिनों स्कैमर्स ने साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए एक नया तरीका निकाला है। इसमें स्कैमर्स वेबसाइट बनाकर उस पर गलत कस्टमर केयर नंबर को डाल देते हैं। साइबर ठग इन वेबसाइट्स को गूगल के सर्च इंजन पर ऑप्टीमाइज कर ऊपर की तरफ रैंक करवाते हैं। ऐसे में कई बार जब ग्राहक बैंक के कस्टमर केयर नंबर को गूगल पर सर्च करता है, तो उन्हें ये नंबर शो होने लगता है। इस तरह के फ्रॉड को लेकर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को चेतावनी भी दी है।
इन नंबरों को डायल करने के बाद बैंक ग्राहकों के साथ फ्रॉड होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। ऐसे में व्यक्ति द्वारा कमाई गई सारी जमा पूंजी खत्म हो सकती है। इस तरह के हो रहे फ्रॉड को लेकर कई बैंकों ने पहले भी ग्राहकों के लिए चेतावनी जारी कर रखी है। बैंक आपसे कभी भी ओटीपी, एटीएम कार्ड, नेट बैंकिंग का यूजर नेम और पासवर्ड आदि से जुड़ी जानकारी की मांग नहीं करता है। ऐसे में अगर आपसे कोई फोन कॉल पर इस तरह की जानकारी की मांग करता है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। अपने बैंक से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों को किसी के साथ साझा न करें। ऐसा करने पर आपको भविष्य में एक बड़े घाटे का सामना करना पड़ सकता है।

Online Fraud : कस्टमर केयर नंबर को सर्च करने से भी होता है फ्राड, आइए जानते है कैसे
अगली खबर