खुशखबरी! यूपी के इस जिले की 212 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित, ग्राम प्रधानों का रहा अहम रोल

अमेठी: विभिन्न बीमारियों के साथ क्षय रोग भी एक गंभीर बीमारी है, जिसका यदि इंसान शिकार हो जाए तो वह धीरे-धीरे परेशान हो जाता है. उसे ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं. कभी-कभार तो इसी बीमारी से लोगों की जान तक चली जाती है. वहीं, यूपी के अमेठी जनपद के कुछ ग्राम पंचायतों ने जो प्रयास किया वह कहीं ना कहीं अपने आप में सराहनीय पहल है. अमेठी जिले में 200 से अधिक ग्राम पंचायत ने गांव को टीवी मुक्त बनाने में अपनी अहम भूमिका निभा.ई गांव को टीवी मुक्त बनाने के लिए ग्राम प्रधान के साथ-साथ विभाग ने भी बढ़-चढ़कर इसमें लोगों को जागरूक किया और गांव में सत प्रतिशत टीवी मरीजों को इस रोग से मुक्ति दिलाई.
212 ग्राम पंचायत हुई टीवी मुक्त
अमेठी जिले की जो ग्राम पंचायत टीवी मुक्त हुई हैं, उनमें जिले के अलग-अलग ब्लॉकों की ग्राम पंचायते हैं. इन ग्राम पंचायतों में नियमित साफ-सफाई मरीजों को नशे से दूर रखना इसके साथ ही गांव में जगह-जगह जागरूकता नुक्कड़ नाटक इन माध्यमों से लोगों को जागरूक किया गया, जिसका परिणाम आया कि जागरूकता के 100 दिवस के भीतर ही ग्राम पंचायत टीवी मुक्त हो गई.
वहीं, आंकड़ों में शुकुल बाजार में 6, मुसाफिरखाना में 13, शाहगंढ ब्लॉक में 15, सिंहपुर में 8, तिलोई में 21, भादर में 30, संग्रामपुर में 24, भेंटुवा में 16, फुरसतगंज में 15, जामों में 19, जगदीशपुर में 11, अमेठी में 11 और गौरीगंज में 25 ग्राम पंचायतें टीवी मुक्त गांव में शामिल हुई हैं.
इस तरह किया गया जागरूक
लोकल 18 से बातचीत करते हुए टीवी मुक्त हुए रोहसी बुजुर्ग गांव के प्रधान रिपुसूदन मिश्रा ने बताया कि पहले लोग इस बीमारी से घबराते थे. अस्पताल नहीं पहुंच पाते थे और लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था. लोग जागरुक नहीं थे. सरकारी दवा पर सरकारी व्यवस्थाओं पर उन्हें भरोसा नहीं था. हम सब गांव में जाकर लोगों को जागरूक किए. इस बीमारी से डरने नहीं बल्कि लड़ने की सलाह दी और लोगों ने जागरूकता दिखाते हुए हमारा साथ दिया.
गांव में नहीं हैं टीवी के मरीज
प्रधान रिपुसूदन मिश्रा ने बताया कि लोगों ने नशा छोड़ा और आसपास साफ सफाई रखी. जो दवाई थी उनका सेवन किया. जो निर्देश दिए गए उनका पालन किया. इस वजह से यह परिणाम आया है कि गांव टीवी मुक्त हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने हमारा साथ दिया जो भी व्यवस्थाएं सरकार की तरफ से चाहिए थी. वह हमें मिली जिसकी वजह से आज गांव में एक भी टीवी का मरीज नहीं है. उनका गांव पूरी तरीके से स्वस्थ है.
जिले को बनाएंगे टीवी मुक्त
वहीं, अमेठी जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि जिले में जो भी टीवी के मरीज हैं. उन्हें जागरूक किया जा रहा है. उन्हें दवाई दी जा रही हैं. साथ ही सघन खोजी अभियान के बाद भी वह गांव-गांव अभियान चला रहे हैं. उनके हेल्थ सेंटरों पर चिकित्सा की टीम मरीजों की जांच कर रही है. जो भी मरीज सक्रिय पाये जा रहे हैं. उनकी तत्काल स्क्रीनिंग कर उन पर नजर रखते हुए उनकी पूरी देखरेख की जा रही है. उन्हें पोषण पोटली दी जा रही है. इसके साथ ही निश्चचय मित्र हमारे काम कर रहे हैं. हम जल्द ही बची अन्य ग्राम पंचायतों को भी टीवी मुक्त बनाकर जिले को टीवी मुक्त घोषित करेंगे.