ऊंट पलकों के लिए अच्छी खबर, आकस्मिक मृत्यु पर मिलेंगे 10 लाख रुपए, फ्री होगा बीमा, जानिए पूरी प्रक्रिया

Last Updated:December 03, 2025, 14:04 IST
Good News: राजस्थान सरकार ने ऊंट पालकों के लिए बड़ी राहत दी है, अब मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के तहत ऊंटों का फ्री बीमा होगा. अब एक परिवार 10 ऊंटों तक निशुल्क बीमा करा सकेगा. आकस्मिक मृत्यु या दुर्घटना की स्थिति में पेट पालकों को प्रति ऊंट 40,000 रुपये तक, यानी कुल 4 लाख रुपये तक आर्थिक सुरक्षा मिलेगी.
सीकर : राजस्थान के ऊंट पालकों के लिए अच्छी खबर है. अब पशुपालकों के ऊंट पालन में सरकार भी उनका साथ देगी. मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना में ऊंट पालकों को राहत देते हुए बड़ा बदलाव किया है. इस योजना में किए गए नए बदलावों के तहत अब ऊंटों का फ्री में बीमा होगा. इसको लेकर विभागीय आदेश भी जारी हो चुके हैं. इससे ऊंटों की आकस्मिक मृत्यु पर पालकों पर ज्यादा आर्थिक भार नहीं आएगा.

इस योजना के तहत अब पशुपालक एक साथ 10 ऊंटों का निशुल्क बीमा करवा सकेंगे, जिससे उन्हें आकस्मिक मृत्यु की स्थिति में 4 लाख रुपए तक की मजबूत और भरोसेमंद आर्थिक सुरक्षा मिलेगी. यह सुविधा ऊंट पालकों के लिए किसी बड़े तोहफे से कम नहीं है , क्योंकि पहले वे केवल एक ही ऊंट का बीमा करवा पाते थे, जिसकी अधिकतम राशि 40,000 रुपए थी.

राज्य सरकार ने प्रदेश के पशुधन को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए इस योजना का विस्तार किया है.अब ऊंट पालकों को प्रति ऊंट 40,000 रुपए तक का बीमा कवर मिलेगा और एक जनाधार कार्ड पर 10 ऊंटों का बीमा हो सकेगा. इससे कुल बीमा राशि 4 लाख रुपए तक पहुंच जाएगी. यह कदम रेगिस्तानी क्षेत्रों के ऊंट पालकों के लिए वरदान साबित होगा, जो अक्सर अपने पशुधन की हानि पर बड़े आर्थिक संकट का सामना करते हैं.
Add as Preferred Source on Google

मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के इस नए बदलाव के तहत 10 लाख का फ्री बीमा फायदेमंद साबित होगा. इस योजना के तहत अगर किसी ऊंट की किसी बीमारी, दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा के चकते आकस्मिक मृत्यु हो जाती है तो उन्हें हर ऊंट की मृत्यु पर संबल के तौर पर 40 हजार रुपए सरकार द्वारा दिए जाएंगे. यह आर्थिक संबल राशि सीधे पशुपालक के खाते में आएगी. इससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी वहन नहीं करना होगा और ऊंट पालन में पशुपालकों को किसी तरह का डर भी नहीं होगा.

इस योजन में आवेदन की प्रक्रिया भी बहुत सरल है और इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दिनों तरीकों से भरा जा सकता है. ऑनलाइन आवेदन करने के लिए पशुपालक मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के मोबाइल ऐप या आधिकारिक पोर्टल पर अपने जनाधार कार्ड की मदद से पंजीकरण कर सकते हैं. जिनके पास इंटरनेट या स्मार्टफोन की सुविधा नहीं है, वे नजदीकी ई-मित्र कियोस्क पर जाकर मात्र 30 रुपए कर शुल्क देकर अपना पंजीकरण करवा सकते हैं.

पात्रता के अनुसार, यह योजना केवल राजस्थान के जनाधार कार्ड धारक पशुपालकों के लिए उपलब्ध है और केवल टैग लगे ऊंटों का ही बीमा किया जाएगा. आवेदन के समय पशुपालक और पशु चिकित्सक की सहमति से ऊंट का मूल्य तय किया जाता है, जिसकी अधिकतम सीमा 40,000 प्रति ऊंट है. इस योजना में बीमा एक वर्ष के लिए मान्य रहता है और दुर्घटना, बीमारी या प्राकृतिक आपदा से ऊंट की मृत्यु होने पर दावा किया जा सकता है. मृत्यु की स्थिति में समय पर सूचना देने पर सर्वे के बाद 21 कार्य दिवसों में राशि सीधे लाभार्थी को प्रदान की जाती है.
First Published :
December 03, 2025, 14:04 IST
homerajasthan
ऊंट पालकों के लिए खुशखबरी! आकस्मिक मौत पर 10 लाख तक बीमा,जानें पूरी प्रक्रिया



