गूगल और चैटGPT को फायदा? Perplexity के नए नियम से यूज़र्स परेशान, फ्री ट्रायल के लिए रखी शर्त

एयरटेल यूज़र्स के लिए Perplexity Pro AI का फ्री ऑफर अब पहले जैसा नहीं रहा. अगर आपने एयरटेल के ज़रिए Perplexity Pro का 12 महीने का फ्री ट्रायल लिया था, तो अब आपको इसे जारी रखने के लिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड जोड़ना होगा. हाल ही में कई यूज़र्स को Perplexity की तरफ से एक ईमेल मिला है, जिसमें साफ कहा गया है कि अगर वे फ्री ट्रायल जारी रखना चाहते हैं, तो उन्हें अपने अकाउंट में पेमेंट डिटेल्स अपडेट करनी होंगी.
दरअसल, Perplexity और एयरटेल ने जुलाई में मिलकर यह ऑफर शुरू किया था. उस समय साफ बताया गया था कि यूज़र्स को कोई भी पेमेंट मेथड जोड़ने की जरूरत नहीं होगी. एयरटेल प्रीपेड, पोस्टपेड, ब्रॉडबैंड और DTH यूज़र्स अपने मोबाइल नंबर और ईमेल ID से Perplexity Pro का फ्री इस्तेमाल कर सकते थे. लेकिन अब कंपनी ने अचानक नियम बदल दिए हैं.
Perplexity का कहना है कि यह बदलाव ‘फ्री ऑफर का गलत इस्तेमाल रोकने’ के लिए किया गया है. कंपनी के मुताबिक, कुछ लोग गलत तरीके से बार-बार फ्री अकाउंट बना रहे थे. इसी वजह से अब सभी यूज़र्स से वैलिड पेमेंट कार्ड जोड़ने को कहा जा रहा है. हालांकि, कंपनी यह भी कहती है कि ट्रायल खत्म होने से पहले आपके कार्ड से कोई पैसा नहीं काटा जाएगा. अगर आप ट्रायल खत्म होने के बाद सब्सक्रिप्शन नहीं चाहते, तो ऑटो-पे बंद कर सकते हैं.
क्यों नाराज़ हो रहे हैं यूज़र्सफिर भी, कई यूज़र्स इस बदलाव से नाराज़ हैं. उनका कहना है कि जब ऑफर बिना किसी शर्त के दिया गया था, तो बीच में नियम बदलना सही नहीं है. कुछ लोग इसे अपनी प्राइवेसी से भी जोड़कर देख रहे हैं, क्योंकि कार्ड डिटेल जोड़ने से कंपनी को ज्यादा जानकारी मिलती है. यही वजह है कि कई यूज़र्स अपना फ्री ट्रायल तुरंत खत्म करने का फैसला कर रहे हैं.
अगर आप फ्री ट्रायल जारी रखना चाहते हैं, तो प्रोसेस आसान है. Perplexity की ईमेल में दिए गए ‘Update card information’ बटन पर क्लिक करें, अपनी डेबिट या क्रेडिट कार्ड डिटेल्स डालें और अपडेट कर दें. इसके बाद आप पहले की तरह Perplexity Pro का इस्तेमाल कर पाएंगे.
Perplexity Pro ऑफर में GPT-4.1, Gemini और Claude जैसे AI मॉडल्स, अनलिमिटेड सर्च, डॉक्यूमेंट एनालिसिस और AI इमेज जनरेशन जैसी सुविधाएं मिलती हैं, जिनकी कीमत करीब ₹17,000 बताई जाती है. लेकिन इस नए बदलाव के बाद कई यूज़र्स Google Gemini और ChatGPT जैसे दूसरे फ्री AI ऑप्शन की ओर रुख कर सकते हैं.



