Gopashtami 2025 Celebration in Karouli Radha Madan Mohan Temple

Last Updated:October 31, 2025, 10:42 IST
Gopashtami karauli: धर्मनगरी करौली में गोपाष्टमी पर्व पर भक्ति और उल्लास का अद्भुत नज़ारा देखने को मिला. श्री राधा मदन मोहन जी मंदिर में चार महीने बाद ठाकुर जी ने मुकुट और छड़ी धारण की, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. गोवर्धन लीला की झांकी, भजन-कीर्तन और पुष्पवर्षा से मंदिर परिसर में दिव्यता फैल गई. यह परंपरा सदियों पुरानी है, जिसमें ठाकुर जी वर्षभर केवल गोपाष्टमी के दिन मुकुट और छड़ी धारण करते हैं. हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर इसे अपने जीवन का सौभाग्य बताया.
करौली. धर्मनगरी करौली में आज गोपाष्टमी के पावन अवसर पर भक्ति और उल्लास का अनोखा संगम देखने को मिला. प्रसिद्ध श्री राधा मदन मोहन जी मंदिर में एक विशेष और सदियों पुरानी परंपरा का निर्वाह किया गया. चार महीने के अंतराल के बाद ठाकुर जी ने मुकुट और छड़ी धारण की, जिसके दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी. पूरा मंदिर परिसर “राधे-श्याम” और “जय श्री कृष्णा” के जयकारों से गूंज उठा. यह परंपरा सदियों पुरानी है, जिसमें वर्ष में केवल एक बार, गोपाष्टमी के दिन ही ठाकुर श्री राधा मदन मोहन जी काली कमली, मुकुट और छड़ी धारण करते हैं.
गुरुवार सुबह मंदिर में राजभोग आरती के साथ पर्व की शुरुआत हुई. पुजारी अनुप चक्रवर्ती ने विधि-विधान से ठाकुर जी का विशेष श्रृंगार किया. इस विशेष अवसर के लिए ठाकुर जी को नए वस्त्र और आभूषण पहनाए गए. इसके बाद मंदिर परिसर में गोवर्धन लीला की अद्भुत झांकी सजाई गई, जिसे देखने श्रद्धालुओं का तांता लग गया. इस झांकी के माध्यम से भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की लीला का मंचन किया गया. ठाकुर जी की झांकी जब नगर भ्रमण के लिए निकली तो भक्तों ने जगह-जगह रुककर पुष्पवर्षा करते हुए उनका स्वागत किया और उनका आशीर्वाद लिया.
भक्ति में डूबे श्रद्धालु और कीर्तनमंदिर परिसर में उमड़े हजारों श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी को भोग, माखन-मिश्री, फल और दूध-दही का प्रसाद अर्पित किया. इस दौरान बंसी की मधुर धुन पर कई भक्त भक्ति के आनंद में झूम उठे और नृत्य करने लगे. नगर के भजन मंडलों ने भी इस अवसर पर विशेष कीर्तन प्रस्तुत कर माहौल को और अधिक आध्यात्मिक बना दिया. मंदिर परिसर का पूरा वातावरण एक उत्सव के समान दिव्य हो गया था, जहां हर तरफ भगवान कृष्ण के प्रति अटूट आस्था दिखाई दे रही थी.
सुरक्षा और सजावट के विशेष इंतज़ामइस ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के आयोजन के लिए मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों को फूलों और रोशनी से भव्यता से सजाया गया. प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए, ताकि दर्शन व्यवस्था सुचारु रूप से चल सके. भक्तों ने कहा कि ठाकुर जी के मुकुट-छड़ी दर्शन उनके जीवन की सबसे बड़ी आध्यात्मिक अनुभूति रही और उन्हें यह सौभाग्य प्राप्त होने पर अत्यंत प्रसन्नता हुई.
Location :
Karauli,Karauli,Rajasthan
First Published :
October 31, 2025, 10:40 IST
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एक ऐसा दिन जब ठाकुर श्री राधा मदन मोहन जी बदलते हैं स्वरूप….



