कुलदीप की जगह मिली प्लेइंग XI में जगह, कमबैक मैच में रिकॉर्डतोड़ गेंदबाजी, कहा- इस दिन को कभी नहीं भूल पाऊंगा
नई दिल्ली. ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर भारत के टेस्ट स्क्वॉड में पहले शामिल नहीं थे. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला टेस्ट मैच हारने के बाद भारतीय टीम ने उन्हें दूसरे और तीसरे टेस्ट के लिए टीम में शामिल किया. सुंदर की टेस्ट स्क्वॉड में वाइल्ड कार्ड एंट्री हुई. यह खिलाड़ी न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में शानदार गेंदबाजी से चर्चा में है. रिकॉर्डतोड़ गेंदबाजी से सुंदर की खूब वाहवाही हो रही है जो लगभग 4 साल बाद टेस्ट खेलने उतरे थे. अपने इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद सुंदर ने कहा कि इस दिन को वह कभी भी भूला नहीं पाएंगे.
वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) ने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी का श्रेय रणजी ट्रॉफी को भी दिया. उन्होंने इस महीने की शुरुआत में अरुण जेटली स्टेडियम में दिल्ली के खिलाफ तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 152 रन की पारी खेली. साथ ही छह विकेट भी झटके. इस प्रदर्शन को देखकर मुख्य कोच गौतम गंभीर ने दूसरे टेस्ट के लिए भारत की अंतिम एकादश में इस ऑलराउंडर को शामिल किया. वॉशिंगटन ने 59 रन देकर 7 विकेट चटकाकर कोच गंभीर और कप्तान रोहित के फैसले को सही साबित किया. यह मार्च 2021 के बाद उनका पहला टेस्ट है.
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‘मेरे लिए तमिलनाडु-दिल्ली मैच खेलना एक शानदार मौका था’तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने घरेलू स्तर पर लाल गेंद से मैच खेलने के महत्व के बारे में बात करते हुए दिन के खेल के बाद हुई प्रेस कांफ्रेंस में मीडिया से कहा, ‘मेरे लिए तमिलनाडु-दिल्ली मैच खेलना एक शानदार मौका था. क्योंकि हर बार लाल गेंद से खेलना और लाल गेंद के क्रिकेट में बल्ले और गेंद दोनों से लय बनाए रखना अच्छा होता है. साथ ही निरंतरता बनाए रखना भी अहम होता है.’ इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि रणजी मैच में बहुत सारे ओवर गेंदबाजी करना उनके लिए कितना मददगार रहा. उन्होंने कहा, ‘इस चीज से भी मदद मिली कि मुझे उस मैच में बहुत सारे ओवर गेंदबाजी करने का मौका मिला. मैं उसके लिए आभारी हूं. मुझे नहीं लगता कि मैं इस दिन को कभी भूल पाऊंगा, यह बहुत खास था.’
‘एक क्रिकेटर के रूप में बेहतर होता रहूं’वॉशिंगटन ने कहा कि उनका इरादा ऑलराउंडर की किसी खास शैली के रूप में ढले बिना अपने कौशल में सुधार करना है. बकौल सुंदर, ‘किसी धारणा के बारे में बहुत अधिक नहीं सोचना चाहिए. मुझे बस इस बात पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए कि मैं एक खिलाड़ी के रूप में क्या कर सकता हूं. एक क्रिकेटर के रूप में बेहतर होता रहूं.’ वॉशिंगटन ने अपने पदार्पण के बाद से आठ वर्षों में 31 प्रथम श्रेणी मैचों में 65 विकेट लिए हैं. टीम पहले से अक्षर पटेल के रूप में एक स्पिन ऑलराउंडर मौजूद था लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट ने सुंदर पर दांव खेला जो काम कर गया. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी गेंदबाज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक पारी में 7 विकेट चटकाए हैं. इससे पहले श्रीलंका के प्रभात जयसूर्या ने इसी साल न्यूजीलैंड के खिलाफ 42 रन देकर 6 विकेट लिए थे.
Tags: India vs new zealand, Washington Sundar
FIRST PUBLISHED : October 24, 2024, 22:10 IST