मिल गया साइटिका का सटीक इलाज, सिर्फ इन दो इंजेक्शन से छूमंतर हो जाता है हाथ, पैर और कमर का दर्द
अखंड प्रताप सिंह/कानपुर: साइटिका का रोग अभी तक बुजुर्ग लोगों में देखने को मिलता था लेकिन, अब यह रोग कम उम्र के लोगों में भी देखने को मिलने लगा है. कम उम्र में ही लोगों के हाथ पैर और कमर में दर्द बना रहता है. ऐसे लोगों को बिना देरी किए तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए वरना यह एक गंभीर बीमारी बन सकता है. कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज या जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एक स्टडी की गई है जिसमें यह सामने आया है कि अब कम उम्र के लोगों को भी साइटिका अपनी चपेट में ले रहा है. इसको लेकर कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से एक राहत भरी खबर यह है कि मात्र दो इंजेक्शन से लोगों को इस दर्द से छुटकारा मिल रहा है.जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में हुई स्टडीकानपुर के जीएसवीएम कॉलेज में 1 साल में 800 मरीज के ऊपर केस स्टडी की गई है. इस स्टडी में सामने आया कि सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि अब कम उम्र के लोग भी साइटिका के चपेट में आ रहे हैं. इससे होने वाले दर्द से मरीजों को राहत दिलाने के लिए उन पर दो इंजेक्शन इस्तेमाल किए गए हैं जिसका 90% पॉजिटिव परिणाम सामने आया है. यह एक बेहद अच्छी खबर है.इन दो इंजेक्शन से मिल रही है राहतसाइटिका के दर्द में मुख्य रूप से दो इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जा रहा है. जिससे मरीजों को काफी राहत मिल रही है. इसमें मरीज को लाकर एक्स-रे में देखकर ब्लॉक नस में सेलेक्टिव नर्व इंजेक्शन लगाया जा रहा है. यह इंजेक्शन ब्लॉक नस को खोलता है और सूजन कम करता है. इससे मरीज को दर्द में और सूजन में काफी आराम मिल जाता है. इसके साथ ही सेलेक्टिव नर्व इंजेक्शन से पहले एपिड्यूलर इंजेक्शन कमर में लगाया जाता है. इन दोनों इंजेक्शन को 2 महीने में तीन बार लगाया जाता है. इसके बाद 90% मरीजों में दर्द बिल्कुल छूमंतर हो गया है.
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के ऑर्थो विभाग के डॉक्टर रोहित नाथ ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में रोजाना साइटिका के दर्द के कई मरीज सामने आ रहे हैं. बीते 1 सालों में 800 मरीजों पर एक केस स्टडी की गई है जिसमें यह सामने आया है कि यहां पर दो इंजेक्शन के इस्तेमाल से लोगों को इस दर्द में काफी राहत मिल रही है यह अब एक प्रूवन केस स्टडी भी हो गया है.
FIRST PUBLISHED : July 6, 2024, 11:09 IST