Grand welcome to Jalore’s daughter. People of 36″ community welcomed the Olympic winner with “Dhol Nagano” and “Phul Malao”….
सोनाली भाटी/जालौर:- जिले के सियाणा गांव की रहने वाली इंटरनेशनल शूटर माहेश्वरी चौहान ने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई किया है. साथ की उन्होंने दोहा में आईएसएसएफ शॉटगन ओलंपिक क्वालीफिकेशन चैंपियनशिप में महिलाओं की स्कीट शूटिंग में सिल्वर जीता. इसपर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने टवीट् कर प्रदेश की बेटी को बधाई दी थी.
माहेश्वरी के पिता प्रदीप सिंह ने लोकल 18 को बताया कि माहेश्वरी चौहान ने दोहा (कतर) में आयोजित शॉटगन ओलंपिक क्वालीफिकेशन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता. इसके अलावा भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई किया है. माहेश्वरी चौहान अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में महिलाओं की स्कीट में व्यक्तिगत पदक जीतने वाली पहली भारतीय हैं. उन्हें राष्ट्रीय कोच विक्रम सिंह चोपड़ा के तहत प्रशिक्षित किया.
बचपन से ही था निशानेबाजी का शौकमाहेश्वरी चौहान को भी दादा और पिता की तरह निशानेबाजी का बचपन से शौक था. उनके दादा गणपत सिंह और पिता प्रदीप सिंह नेशनल तक खेल चुके हैं. अब बेटी ने विदेश में नाम बढ़ाया. महेश्वरी को बचपन से ही शूटिंग का शौक था. वह बचपन से ही इसकी तैयारी कर रही थी. इसके लिए उनके पिता ने खुद के खेत में करीब 18 से 20 बीघा जमीन पर बेटी के लिए शूटिंग रेंज बनवा दी.महेश्वरी ने फाइनल के बाद कहा कि मैं रोमांचित हूं. यहां तक पहुंचने के लिए पिछले कुछ वर्षों में काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ी है. मैं शूटऑफ को लेकर थोड़ा निराश हूं, लेकिन कुल मिलाकर, यह बहुत संतोषजनक रहा है. माहेश्वरी के पास स्वर्ण जीतने के तीन मौके थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. हालांकि उनके 121 अंकों ने नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया. जीत के बाद जब वह अपने गांव सियाणा पहुंची, तब वहां के 36 कॉम के लोगों ने गांव की बेटी का ढोल-नगाड़ों और फूल-मालाओं से बहुत ही भव्य स्वागत किया.
ये भी पढ़ें:- सपने अधूरे, शहादत पूरी…10 दिन पहले घर आने का किया था वादा, दर्दभरी है इस शहीद की अनकही कहानी
खेल शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जरूरी..महेश्वरी चौहान ने कहा कि खेलों से हमारा शारीरिक विकास तो होता ही है, साथ ही मानसिक विकास भी होता है। खेलों में सहभागिता करने से तन-मन दोनों फिट रहते हैं। जब हमारा तन और मन स्वस्थ होगा, तो हमारा पढ़ाई में भी मन लगेगा और हम आसानी से लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में रुचि के साथ सहभागिता करनी चाहिए।
Tags: 2024 paris olympics, Local18, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : August 29, 2024, 21:28 IST