Rajasthan

ground report: आधी रात को अचानक श्मशान से उड़ने लगी चीता और भस्म, निकल गई भैरव बाबा की शाही पालकी 

Last Updated:March 14, 2025, 06:31 IST

भीलवाड़ा के पंचमुखी मोक्ष धाम में स्थि मसानिया भैरव नाथ मंदिर परिसर में आज उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ की तर्ज पर श्मशान चिता भस्म होली का आयोजन किया गया है. इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया है. X
भस्म
भस्म होली खेलते भक्त

हाइलाइट्स

भीलवाड़ा में चिता भस्म की होली खेली जाती है.मसानियां भैरव नाथ मंदिर में 17 बार चिता भस्म की होली खेली गई.भीलवाड़ा की श्मशान होली में अन्य राज्यों से भी भक्त आते हैं.

भीलवाड़ा:– आमतौर पर देखा जाता है कि शमशान या फिर मोक्ष धाम में प्रवेश लेने से पहले हर व्यक्ति अपने मन में कम से कम 10 बार संकोच करता है. एक तरह से शमशान जाने से पहले हर व्यक्ति के मन में डर का माहौल रहता है. लेकिन भीलवाड़ा का पंचमुखी मोक्ष धाम अपने आप में एक ऐसा श्मशान है, जहां डर का कोई नामो-निशान नहीं है. यहां पर श्री मसानिया भेरूनाथ मंदिर होने के कारण दिन तो क्या, रात में भी लोग आने से संकोच नहीं करते हैं. इतना ही नहीं, यहां पर महिलाएं भी आती हैं.

काशी विश्वनाथ की तर्ज भस्म होली का आयोजनराजस्थान प्रदेश के आठवें सबसे बड़े शहर भीलवाड़ा के पंचमुखी मोक्ष धाम में स्थि मसानिया भैरव नाथ मंदिर परिसर में आज उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ की तर्ज पर श्मशान चिता भस्म होली का आयोजन किया गया है. इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया है. मंदिर से पूरे श्मशान में बाबा भैरवनाथ की विशाल शोभायात्रा निकाली गई और बाद में भक्तों द्वारा चिता से भस्म से होली खेली गई. अपने आप में यह एक बहुत खास आयोजन है. भीलवाड़ा की यह श्मशान चिता भस्म होली पूरे राजस्थान में एकमात्र भीलवाड़ा में ही खेली जाती है.

इस होली में शामिल होने के लिए भीलवाड़ा के साथ ही अन्य राज्यों से भी भक्त होली का आनंद लेने के लिए पहुंचते हैं. श्मशान की इस अनोखी होली की ग्राउंड रिपोर्ट करने के लिए लोकल 18 राजस्थान की टीम श्मशान में पहुंची है, जहां टीम ने उत्तर प्रदेश के काशी की तर्ज पर खेली जाने वाली होली पर मंदिर पुजारी और भक्तों से खास बातचीत की.

17 बार चिता भस्म की होली खेलीलोकल 18 राजस्थान से खास बातचीत करते हुए मंदिर पुजारी रवि कुमार खटीक ने कहा कि भीलवाड़ा शहर के पंचमुखी मोक्षधाम स्थित मसानियां भैरव नाथ मंदिर में होली के पर्व पर 17 बार चिता भस्म की होली खेली जा रही है, जिसमें होली के पर्व पर आधी रात्री को मसानियां ढोल नगाड़ों के साथ भैरव नाथ की श्मशान में शोभायात्रा निकाली गई है. शोभायात्रा में चिता की भस्म को रंग-गुलाल की तरह उड़ाकर भगवान भैरवनाथ के साथ होली खेली जा रही है. देश में केवल 2 जगहों पर चिता भस्म की होली खेली जाती है. इसमें बनारस के मणिकर्णिका घाट पर और काशी विश्वनाथ की नगरी में खेली जाती है. इसी की तर्ज पर पंचमुखी धाम में भी सभी श्रद्धालुओं के द्वारा होली खेली जाती है.

शमशान होली के अनोखे फायदे इस होली की सबसे बड़ी खास बात यह है कि भैरव बाबा की भस्म को अर्पित करने से भक्तों के सभी कष्ट, दु:ख, पीड़ा दूर हो जाते हैं. इस आयोजन में महिलाएं और बच्चे भी शामिल होते हैं. इतना ही नहीं, पूरे श्मशान में भैरव बाबा की शाही पालकी गाजे बाजे के साथ निकाली जाती है. मंदिर के वरिष्ठ पुजारी संतोष कुमार का कहना है कि इस आयोजन में शामिल होने के लिए भीलवाड़ा ही नहीं, राजस्थान के अलग-अलग शहर और उडीसा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र से भी लोग इस आयोजन में शामिल होने के लिए पहुंचते हैं.


Location :

Bhilwara,Rajasthan

First Published :

March 14, 2025, 06:31 IST

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‘होली खेले मसाने में’…काशी की तरह भीलवाड़ा में भी हुई भस्म होली, देखें Video

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