Shri Durga Saptashati Path rules Durga Saptashati mantra anushthan in navratri for complete benefits path vidhi significance | Durga Saptshati Path: ये हैं दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान के नियम, मनोकामना सिद्धि और संपूर्ण लाभ के लिए जानना जरूरी

भोपालPublished: Feb 11, 2024 12:50:25 pm
Durga Saptashati Path rules श्री दुर्गा सप्तशती मंत्र मां भगवती के प्रिय मंत्र हैं, यह मार्कण्डेय पुराण का ही हिस्सा है। इसमें महिषासुर पर माता की विजय का वर्णन है, जिसे देवी महात्म्य और चंडी पाठ नाम से भी जाना जाता है। ऋषि मार्कण्डेय रचित 700 श्लोक वाले इस ग्रंथ के मंत्रों के पाठ और चंडी होम से भक्त को आरोग्य और हर तरह के शत्रुओं पर विजय मिलती है, सुख समृद्धि प्राप्त होती है। लेकिन इस अनुष्ठान को करने के कुछ नियम हैं, संपूर्ण पाठ के लिए इसे जानना जरूरी है..
दुर्गा सप्तशती पाठ का नियम
आइये जानते हैं दुर्गा सप्तशती पाठ अनुष्ठान के नियम
दुर्गा सप्तशती की शुरुआत से पहले संकल्प पूजा की जाती है। इसके बाद देवी कवचम्, अर्गला, कीलकम् और अन्य स्तोत्रम् का पाठ किया जाता है। आइये जानते हैं पाठ के नियम..
सबसे पहले साधक स्नान करके पवित्र होकर आसन-शुद्धि की क्रिया संपन्न करे और शुद्ध आसन पर बैठे। इसके बाद शुद्ध जल, पूजन-सामग्री और श्रीदुर्गासप्तशती की पुस्तक अपने सामने लकड़ी के शुद्ध आसन पर विराजमान कराए। इसके बाद माथे पर अपनी रूचि के अनुसार भस्म, चंदन या रोली लगाए और अपनी ***** बांध लें फिर पूर्व की तरफ मुंकर तत्त्व-शुद्धि के लिए चार बार आचमन करें, इसके बाद ये चार मंत्र पढ़ें..