hadoti buzzes with the chirping of migratory birds – News18 हिंदी

शक्ति सिंह/कोटा. प्रवासी पक्षियों की चहचहाट और गुनगुनाहट से हाडोती संभाग गुलजार है. दरअसल कोटा में कई बड़े वेटलैंड है उनमे से एक प्रसिद्ध अलनीया डैम भी है जहा पर हर साल सैंकड़ों प्रवासी पक्षी आते है. जिनमें बार हेडेड गूज, पेलिकन, ग्रेलेग गूज, फ्लेमिंगो, पाइड एवोसेट, नॉर्थन शोवलर और कई प्रजाती के डक्स आदि देखने को मिल रहे है.
वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट आदिल सैफ ने बताया की अलनीया वेटलैंड पर वो सभी प्रवासी पक्षी देखने को मिल जाते है जो भरतपुर में आते है. हाड़ोती में अच्छे वेटलैंड है जहा पर प्रवासी पक्षी मार्च अप्रैल तक भी देखने को मिल जाते है. यहाँ पर प्रचुर मात्रा में भोजन उपलब्ध होता है और पानी पुरे साल बना रहता है. यही वजह है कि राजस्थान में प्रवासी पक्षी हाड़ोती में अच्छी संख्या में आते है. वाइट स्ट्रोक का यहाँ पर आना इस बात का संकेत है कि हमारे वेटलैंड कितने समृद्ध है कि ये प्रवासी पक्षी प्रवास के लिए हमारे वेटलैंडस पर आ रहे है. अधिकतर वेटलैंड्स फॉरेस्ट एरिया में है जिससे इन्हे डिस्टबेंस भी नहीं होता है.
पक्षी प्रेमी नितेश जैन ओर मनीष आर्य ने बताया कि काफी लम्बे समय बाद यहां पर वाइट स्ट्रोक देखने को मिला है. अलनीया डैम पर 3 वाइट स्ट्रोक दिखे है और एक ब्लैक नैकड स्ट्रोक भी दिखा है. सर्दियों की शुरुआत के साथ, पूरे क्षेत्र में आर्द्रभूमि, तालाब और जलाशय प्रवासी पक्षियों के लिए स्वर्ग में बदल गए हैं, जो यहां पहुंचने के लिए सैकड़ों और हजारों किलोमीटर की दूरी तय करते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 23, 2024, 09:56 IST