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हार्वर्ड वैज्ञानिक डॉ. विली सून का दावा: गणित से भगवान का अस्तित्व प्रमाणित

Last Updated:March 07, 2025, 23:08 IST

God Exists: हार्वर्ड वैज्ञानिक डॉ. विली सून ने गणितीय सूत्र से भगवान के अस्तित्व का दावा किया है. उन्होंने पॉल डिराक के “फाइन ट्यूनिंग आर्गुमेंट” का हवाला दिया. यह सूत्र जिसे सबसे पहले कैम्ब्रिज गणितज्ञ पॉल डिर…और पढ़ेंगणित से भगवान का अस्तित्व प्रमाणित, हार्वर्ड वैज्ञानिक का बड़ा दावा

हार्वर्ड खगोलशास्त्री डॉ. विली सून. (फोटो X)

हाइलाइट्स

हार्वर्ड वैज्ञानिक ने गणितीय सूत्र से भगवान के अस्तित्व का दावा किया.डॉ. विली सून ने पॉल डिराक के “फाइन ट्यूनिंग आर्गुमेंट” का हवाला दिया.ब्रह्मांडीय स्थिरांक अद्भुत सटीकता से मेल खाते हैं.

God Exists: हार्वर्ड खगोल भौतिक विज्ञानी और एयरोस्पेस इंजीनियर डॉ. विली सून ने क्रांतिकारी खुलासा किया है. सून ने दावा किया है कि एक गणितीय सूत्र भगवान के अस्तित्व का अंतिम प्रमाण हो सकता है.प्रसिद्ध वैज्ञानिक, जो टकर कार्लसन नेटवर्क पर दिखाई दिए, ने अपने सूत्र को प्रस्तुत किया और सुझाव दिया कि ब्रह्मांड के रहस्य केवल तारों में ही नहीं, बल्कि गणित की बुनियाद में भी लिखे गए हो सकते हैं.

उनके सिद्धांत के केंद्र में “फाइन ट्यूनिंग आर्गुमेंट” है, जो सरल शब्दों में कहें तो यह सुझाव देता है कि ब्रह्मांड के भौतिक नियम इतने सटीक रूप से जीवन का समर्थन करने के लिए कैलिब्रेट किए गए हैं कि यह संयोग से नहीं हो सकता.

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फॉर्मूला पहले किसने दिया?यह सूत्र जिसे सबसे पहले कैम्ब्रिज गणितज्ञ पॉल डिराक ने प्रस्तावित किया था, यह दर्शाता है कि कैसे कुछ ब्रह्मांडीय स्थिरांक अद्भुत सटीकता के साथ मेल खाते हैं. यह एक घटना थी जिसने दशकों से वैज्ञानिकों को चकित किया है. डिराक ने अनुमान लगाया कि ब्रह्मांड के भौतिक नियमों का परिपूर्ण संतुलन गणितीय सिद्धांत की महान सुंदरता और शक्ति के संदर्भ में वर्णित किया जा सकता है, और इसे समझने के लिए उच्च बुद्धिमत्ता की आवश्यकता होती है.

उन्होंने 1963 में अपनी पुस्तक में लिखा, “कोई शायद इस स्थिति का वर्णन इस प्रकार कर सकता है कि भगवान एक बहुत उच्च श्रेणी के गणितज्ञ हैं, और उन्होंने ब्रह्मांड का निर्माण करने में बहुत उन्नत गणित का उपयोग किया.” डिराक को ‘एंटीमैटर के पिता’ माना जाता है, जिन्होंने इसे 1932 में वास्तव में पुष्टि होने से पहले ही गलती से खोज लिया था.

डॉ. सून ने पॉडकास्ट में डिराक के सिद्धांत का हवाला देते हुए भगवान के अस्तित्व के बारे में अपनी बात समझाई. उन्होंने कहा, “हमारे जीवन को रोशन करने वाली सदैव उपस्थित शक्तियों के कई उदाहरण हैं. हालांकि, कई वैज्ञानिकों ने विज्ञान को धर्म से जोड़ने से परहेज किया है, डॉ. सून ने तर्क दिया कि गणित और ब्रह्मांड के बीच की सामंजस्यपूर्णता एक जानबूझकर डिजाइन की ओर इशारा करती है. उन्होंने कहा, “भगवान ने हमें यह प्रकाश दिया है, इस प्रकाश का अनुसरण करने और अपनी पूरी कोशिश करने के लिए.”


First Published :

March 07, 2025, 23:08 IST

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