गर्म पानी में अलग-अलग चीजें मिलाकर नहाने की है आदत? कहीं हो न जाए चर्म रोग, यहां जानें पूरी बात!

Last Updated:November 20, 2025, 16:02 IST
Winter Special: इप्सम सॉल्ट, लैवेंडर ऑयल, बेकिंग सोडा, गुलाबजल और नीम की पत्तियां स्नान के लिए फायदेमंद हैं, जबकि बाथ बॉम्स, टी ट्री ऑयल, नारियल तेल नुकसानदायक हो सकते हैं.
कई लोग नहाने के पानी में अलग-अलग चीजें मिलाकर स्नान को अधिक आरामदायक और लाभकारी बनाना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होता है. सभी तत्व हर त्वचा के लिए सुरक्षित नहीं होते. नमक, तेल या एंटीसेप्टिक का उपयोग करते समय यह जानना जरूरी है कि कौन-सी चीजें त्वचा के लिए फायदेमंद हैं और किनसे नुकसान हो सकता है. गलत तत्व मिलाने से खुजली, रैशेज या यूटीआई जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.

इप्सम सॉल्ट को स्नान के लिए लाभदायक माना जाता है क्योंकि यह मैग्नीशियम सल्फेट से बना होता है और मांसपेशियों के दर्द व सूजन को कम करता है. नहाने के पानी में डेढ़ कप इप्सम सॉल्ट मिलाकर 15 से 20 मिनट तक छोड़ने से शरीर को आराम मिलता है. हालांकि, अगर त्वचा पर कट, घाव या जलन हो, तो इसका उपयोग नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए सावधानी जरूरी है.

लैवेंडर ऑयल की सुगंध मन को शांत करती है और तनाव कम करने में मदद करती है. इसमें एंटीसेप्टिक गुण भी होते हैं, जिससे त्वचा पर सूजन और जलन कम होती है. 15 मिलीलीटर जोजोबा तेल में 20-25 बूंदें लैवेंडर ऑयल मिलाकर नहाने के पानी में डालने से स्नान अधिक आरामदायक बन जाता है. यह खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जिन्हें नींद की समस्या या मानसिक थकावट रहती है.
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बेकिंग सोडा भी नहाने के पानी में मिलाकर उपयोग किया जा सकता है, क्योंकि यह त्वचा की खुजली, जलन और एक्जिमा जैसी समस्याओं से राहत देता है. एक चौथाई कप बेकिंग सोडा पानी में डालकर 15 मिनट छोड़ने से त्वचा का पीएच स्तर संतुलित होता है और शरीर की दुर्गंध दूर होती है. संवेदनशील त्वचा वालों को इसका इस्तेमाल सीमित मात्रा में करना चाहिए.

गुलाबजल त्वचा को प्राकृतिक रूप से ठंडक देने वाला तत्व है और यह सूजन को कम करते हुए स्किन को टोन करता है. नहाने के पानी में 3 से 4 चम्मच गुलाबजल मिलाने से त्वचा ताजगी महसूस करती है और निखार बढ़ता है. गर्मी के मौसम में इसका उपयोग विशेष रूप से उपयोगी माना जाता है क्योंकि यह पसीना, जलन और स्किन इरिटेशन की समस्या को कम करता है.

नीम की पत्तियां एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों के कारण त्वचा संक्रमण में बेहद लाभकारी हैं. जिन लोगों को अक्सर दाने, फोड़े-फुंसी या खुजली रहती है, उनके लिए उबली हुई नीम की पत्तियों का अर्क नहाने के पानी में मिलाना फायदेमंद है. इससे त्वचा गहराई तक साफ होती है और बार-बार होने वाले संक्रमण से बचाव मिलता है।

दूसरी ओर, बाथ बॉम्स, टी ट्री ऑयल, अधिक एंटीसेप्टिक लिक्विड, नारियल तेल और सिरका जैसी चीजों का उपयोग नुकसानदायक भी हो सकता है. इनमें मौजूद कृत्रिम रसायन या गाढ़े तेल त्वचा पर रैशेज, एलर्जी और रूखापन बढ़ा सकते हैं. खासकर संवेदनशील त्वचा वाले और यूटीआई के प्रति प्रवृत्त लोगों को इनसे बचना चाहि. स्नान में क्या मिलाना है, यह समझदारी से तय करना ही त्वचा के लिए सबसे सुरक्षित विकल्प है.
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November 20, 2025, 16:02 IST
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