Health Tips: सर्दियों में बनने वाली सबसे पसंदीदा सब्जी….डायबिटीज से दिल की सेहत तक का ख्याल रखती है ये फली

Last Updated:November 01, 2025, 16:02 IST
ग्वार सर्दियों के मौसम में मिलने वाली एक पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर फली है, जो राजस्थान की पारंपरिक रसोई का अहम हिस्सा मानी जाती है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. ग्वार न केवल स्वादिष्ट सब्जी के रूप में बल्कि अचार, दालों और औद्योगिक उत्पादों में भी उपयोगी है. आयुर्वेद के अनुसार, यह पाचन तंत्र को मजबूत करने, ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने, हृदय को स्वस्थ रखने और मोटापा कम करने में सहायक होती है. अपनी पौष्टिकता और औषधीय गुणों के कारण ग्वार सर्दियों के आहार में शामिल करने योग्य एक बेहद लाभकारी फली है.
ग्वार सर्दियों के मौसम में मिलने वाली एक पौष्टिक और औषधीय गुणों से भरपूर फली है. राजस्थान में इसकी सब्जी बड़े चाव से बनाई और खाई जाती है. ग्वार की फली स्वाद में हल्की कड़वी होती है, लेकिन इसके फायदे इतने अधिक हैं कि ग्रामीण इलाकों में लोग इसे अपने नियमित भोजन में शामिल करते हैं. इसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. राजस्थानी काचरी के साथ ग्वार की फली की सब्जी का संयोजन विदेशी पर्यटकों को भी खूब पसंद आता है.

गृहिणी सुमित्रा मौर्य ने बताया कि ग्वार की सब्जी बनाना बेहद आसान है. इसे बनाने में अधिक समय भी नहीं लगता. इसके लिए करीब 250 ग्राम ग्वार की फलियां लेकर उन्हें अच्छी तरह धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा जाता है. साथ ही आलू, टमाटर और अदरक-लहसुन पेस्ट का उपयोग इसके स्वाद को और बढ़ा देता है. इस सब्जी को खास राजस्थानी मसालों के साथ पकाने से इसका स्वाद लाजवाब बन जाता है, जो रोटी या पराठे के साथ बेहद शानदार लगता है.

राजस्थानी पारंपरिक शैली में ग्वार की सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले ग्वार की फलियों को उबालकर थोड़ा नरम कर लें, ताकि वे आसानी से पक जाएं. इसके बाद तेल में जीरा, हींग, हल्दी, लाल मिर्च, धनिया पाउडर और अदरक-लहसुन पेस्ट डालकर मसाला तैयार करें. फिर उसमें उबली हुई ग्वार और आलू डालें, साथ ही टमाटर मिलाएँ। इसके बाद ढककर 10 से 12 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं. स्वादिष्ट ग्वार की सब्जी तैयार है, जिसे गरमागरम परोसा जा सकता है.

गृहिणी सुमित्रा मौर्य ने बताया कि ग्वार का उपयोग केवल सब्जी के रूप में ही नहीं, बल्कि कई अन्य तरीकों से भी किया जाता है. इसे चना दाल के साथ पकाकर एक स्वादिष्ट डिश तैयार की जा सकती है. इसके अलावा, इसकी फलियों से अचार भी बनाया जाता है, जो लंबे समय तक खराब नहीं होता. वहीं, ग्वार गम नामक पदार्थ का उपयोग खाद्य उत्पादों के साथ-साथ कई औद्योगिक कार्यों में भी किया जाता है.

आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि ग्वार पाचन तंत्र के लिए बेहद लाभकारी है. इसमें मौजूद फाइबर आंतों को स्वस्थ रखता है और कब्ज, गैस जैसी समस्याओं से राहत देता है. यह पाचन क्रिया को सुधारता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होता है. नियमित रूप से ग्वार की सब्जी खाने से भूख नियंत्रित रहती है. इसके अलावा, इसे खाने से प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी सिस्टम) भी मजबूत होती है. यह शरीर में वसा के जमाव को रोकती है, जिससे मोटापा नियंत्रित रहता है.

डॉक्टर के अनुसार, ग्वार डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है. इसमें मौजूद ग्वार गम ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करता है. यह शरीर में बढ़े हुए शुगर लेवल को नियंत्रित करता है, यही कारण है कि डायबिटीज के रोगियों को ग्वार की सब्जी नियमित रूप से खाने की सलाह दी जाती है. इसके अलावा, हृदय और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए भी ग्वार की सब्जी लाभकारी मानी जाती है. इसमें मौजूद फाइबर और पोटैशियम की मात्रा हृदय को स्वस्थ रखती है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है.
First Published :
November 01, 2025, 16:02 IST
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राजस्थानी खाने में शान बढ़ाती है ये इसकी सब्जी, सेहत के लिए है भरपूर फायदेमंद



