Health Tips: This beautiful tree is very useful in Ayurveda and religious days, decoction of its bark cures many diseases, this tree is also related to Mother Sita

Last Updated:February 27, 2025, 10:34 IST
Health Benefit: आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार के अनुसार स्त्री रोगों में अशोक की छाल का काढ़ा मासिक धर्म की अनियमितता, अधिक रक्तस्राव और दर्द से राहत देता है. इसके अलावा यह यह गर्भाशय को मजबूत बनाता है और गर्…और पढ़ेंX
अशोक की छाल का काढ़ा मासिक धर्म की अनियमितता,अधिक रक्तस्राव और दर्द से राहत देत
हाइलाइट्स
अशोक की छाल मासिक धर्म की अनियमितता में लाभकारी है.अशोक का काढ़ा हृदय और गर्भाशय को मजबूत करता है.अशोक के फूल और छाल त्वचा रोगों में फायदेमंद हैं.
जयपुर. प्रकृति में कई पेड़-पौधे पाए जाते हैं जो धर्म और आयुर्वेद दोनों के लिए बहुत उपयोगी हैं. ऐसा ही एक पौधा है अशोक, जो अपनी सुंदरता, औषधीय गुणों और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है. धर्म विशेषज्ञ चंद्रप्रकाश ढांढण ने बताया कि हिन्दू धर्म में अशोक के पेड़ को बहुत शुभ माना गया है. ऐसा माना जाता है कि जब रावण ने माता सीता का हरण किया था, तो माता सीता अशोक वाटिका में रखी गई थीं, जहां अधिक मात्रा में अशोक के पेड़ थे.
पेट की समस्याओं के लिए रामबाण है अशोक का पेड़आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि अशोक का पेड़ एक सदाबहार वृक्ष है, जिसे ताम्रपल्लव भी कहा जाता है. इसके फूल चमकीले नारंगी-पीले रंग के होते हैं, जो गुच्छों में खिलते हैं और बाद में लाल हो जाते हैं. इसके विभिन्न भागों में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. डॉक्टर ने बताया कि इसका उपयोग पेट से संबंधित समस्याओं, दर्द, सूजन और त्वचा रोगों के उपचार में किया जाता है.
अशोक के आयुर्वेदिक लाभअशोक के पेड़ का उपयोग आयुर्वेद में विभिन्न रोगों के उपचार के लिए किया जाता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार के अनुसार, स्त्री रोगों में अशोक की छाल का काढ़ा मासिक धर्म की अनियमितता, अधिक रक्तस्राव और दर्द से राहत देता है. इसके अलावा, यह गर्भाशय को मजबूत बनाता है और गर्भाशय संबंधी विकारों में लाभकारी है. अशोक की छाल में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो फोड़े-फुंसी, एक्जिमा और अन्य त्वचा रोगों में लाभकारी होते हैं. इसके पत्तों का रस लगाने से त्वचा में चमक आती है.
हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारीडॉक्टर के अनुसार, अशोक की छाल हृदय को मजबूत करती है और हृदय रोगों में फायदेमंद होती है. यह रक्त संचार को बेहतर बनाती है और हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करती है. इसका काढ़ा पेट दर्द, अपच और पेट के अल्सर में फायदेमंद होता है. यह कब्ज को दूर करने में मदद करता है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द, गठिया और शरीर की सूजन को कम करने में मदद करते हैं. अशोक के फूलों का रस या चाय मानसिक तनाव को कम करने और मस्तिष्क को शांत रखने में मदद करती है.
सेवन करने की आयुर्वेदिक विधिअशोक के पेड़ की छाल का काढ़ा, फूलों का रस और चूर्ण तीनों का उपयोग बीमारियों से राहत पाने के लिए किया जा सकता है. छाल का काढ़ा बनाने के लिए 5 ग्राम छाल को 1 गिलास पानी में उबालकर दिन में दो बार पिएं. इससे इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होता है और बीमार पड़ने की संभावना बहुत कम रहती है. इसके अलावा, अशोक के फूलों का 1-2 चम्मच रस शहद के साथ भी सेवन कर सकते हैं. वहीं, अशोक का 1-2 ग्राम चूर्ण दूध या पानी के साथ ले सकते हैं.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
February 27, 2025, 10:34 IST
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