Health Tips: सिर्फ इन 5 आदतों को बदलकर, आप कंट्रोल कर सकते हैं अपना कोलेस्ट्रॉल, बस सुबह उठकर रोजाना करें ये काम

दीपेंद्र कुमावत/नागौर- वर्तमान समय में मनुष्य का जीवन एक भागदौड़ भरी दिनचर्या में उलझकर रह गया है. इस तेज रफ्तार जीवनशैली में लोग अपने स्वास्थ्य की अनदेखी कर बैठते हैं, जिसका परिणाम विभिन्न बीमारियों के रूप में सामने आता है. इन्हीं में से एक है रक्त में कोलेस्ट्रॉल की अधिकता, जो आगे चलकर हृदय रोगों का कारण बनती है.
कोलेस्ट्रॉल क्या है और कैसे बढ़ता है?कोलेस्ट्रॉल तब तक हानिकारक नहीं होता जब तक उसकी मात्रा संतुलित रहे. शरीर को कोलेस्ट्रॉल दो स्रोतों से प्राप्त होता है.
लिवर, जो शरीर की जरूरत के अनुसार कोलेस्ट्रॉल बनाता है.
भोजन, खासकर मांस, मछली और डेयरी उत्पादों से.
इनमें मौजूद ट्रांस वसा शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा देती है, जिससे हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाता है.
फास्ट फूड और जंक फूड से दूरी है जरूरीअगर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखना है, तो सबसे पहले ज्यादा वसा और कैलोरी वाले खानपान में कटौती करनी होगी. जंक फूड और फास्ट फूड से दूरी बनाकर ही कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को स्थिर रखा जा सकता है.
दूध का सही चुनाव करेंजो लोग मलाईदार दूध या इससे बने उत्पादों का नियमित सेवन करते हैं, उन्हें सतर्क हो जाना चाहिए.
फुलक्रीम दूध, पनीर, मलाई, घी आदि में संतृप्त वसा (saturated fats) की मात्रा अधिक होती है.
इनके स्थान पर डबल टोंड दूध और इससे बने उत्पादों का प्रयोग करें.
शारीरिक व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करेंकोलेस्ट्रॉल का स्तर घटाने के लिए नियमित शारीरिक गतिविधि बेहद जरूरी है.
सुबह की सैर
हल्की दौड़ या जॉगिंग
योग या कोई खेल
इन सबका शरीर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है और हृदय भी स्वस्थ रहता है।
फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन करें
स्वस्थ आहार अपनाकर भी कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण पाया जा सकता है.
साबुत अनाज, दालें, मेवे, फलियां, और हरी सब्जियां इसके लिए बेहतरीन विकल्प हैं.
छिलकेदार दालों और चोकर युक्त अनाजों में मौजूद फाइबर (soluble fiber) कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करते हैं.
वहीं, मीठे और प्रोसेस्ड फूड्स, रेड मीट, और रिफाइंड कार्ब्स से दूरी बनाना जरूरी है.