चुरू में दिल दहला देने वाली वारदात! मां की गोद में सोया था 5 घंटे का मासूम, सुबह बन गया लाश, जानें पूरा माजरा

Last Updated:November 08, 2025, 13:04 IST
Churu News: चूरू के सरकारी मातृ-शिशु अस्पताल में पांच घंटे के नवजात को गला दबाकर हत्या कर दी गई. पुलिस को बच्चे के गले पर अंगुलियों के निशान मिले हैं. मां और मौसी प्राथमिक संदेह में हैं. पोस्टमार्टम और डीएनए रिपोर्ट का इंतजार है. अस्पताल प्रशासन ने प्रसूता को डिस्चार्ज नहीं करने के आदेश दिए हैं. घटना के समय वार्ड में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं थे. पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है और दो-तीन संदिग्धों की पहचान कर पूछताछ की जा रही है.
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चुरू में नवजात शिशु की गला दबाकर हत्या
चूरू. राजस्थान के चुरू से दिल दहला देने वाली और मानवता को शर्मसार कर देनी वाली घटना सामने आई है.जिस नवजात शिशु ने अभी आंखें भी नहीं खोली थीं, उसे हमेशा के लिए मौत की नींद सुला डाला. यह घटना चूरू के सबसे बड़े सरकारी मातृ-शिशु अस्पताल से समाने आई है. जहां गुस्वार की रात लगभग 12 बजे जन्मे बच्चे को शुक्रवार की सुबह करीबगला दबाकर हत्या कर दी गई जबकि बच्चा बिलकुल स्वस्थ था. पुलिस को प्रारंभिक जांच में बच्चे के गले पर अंगुलियों के निशान मिले हैं. ऐसे में हत्यारे और कारणों की तलाश की जा रही है. पुलिस ने आईसीयू प्रभारी की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है.
नवजात के पोस्टमार्टम और डीएनए रपोर्ट आनी बाकी है. फिलहाल, मां और मौसी शक के दायरे में हैं. इधर, प्रसूता को छुट्टी नहीं दिए जाने के आदेश दिए गए हैं. सबसे बड़ी लापरवाही यह रही कि वार्डो के गेट पर सीसीटीवी कैमरे ही नहीं लगे थे. चुरू के कोतवाली सीआई खराम चोटिया का कहना है कि प्रथम दृष्टया गला दबाकर हत्या किए जाने की आशंका है. हालांकि वास्तविक पता पोस्टमार्टम और डीएनए सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी. जब तक मामले का खुलासा नहीं हो जाता है, तक तक प्रसूता को अस्पताल डिस्चार्ज नहीं करने के लिए कहा गया है. दो से तीन लोग संदेह के दायरे में है, पुलिस उसकी भी जांच कर रही है.
एक भी परिजन नहीं पहुंचे अस्पताल
पुलिस का कहना है सरदारशहर के अजीतसर निवासी ताराचंद की 40 वर्षीय पत्नी गुड्डी को प्रसव पीड़ा होने पर बहन मैना, बेटी और भाई मनीराम गुरुवार रात अस्पताल लाए थे. शुक्रवार अहले सुबह करीब पांच बजे नवजात में किसी प्रकार की हरकत नहीं देखकर मामा और मौसी आईसीयू वार्ड में लेकर पहुंचे. डॉक्टरों का कहना था कि नवजात की पहले ही मौत हो चुकी थी. फिलहाल, पुलिस ने आईसीयू प्रभारी डॉ. निकिता की रिपोर्ट पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है. साथ ही, मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव मामा को सौंप दिया. घटना को लेकर शुक्रवार देर शाम तक मृतक नवजात के परिजनों की तरफ से पुलिस को किसी प्रकार की कोई रिपोर्ट नहीं दी गई. यहां तक कि शुक्रवार देर शाम तक परिवार का भी कोई व्यक्ति अस्पताल नहीं पहुंचा.गले पर अंगलियों के निशान मिले हैं.
गर्भावस्था के दौरान जांच की नहीं थी एक भी पर्ची
लेबर रूम में देर रात गुड्डी के सामान्य प्रसव से बेटा पैदा हुआ था. परिजनों को सूचना दी, मगर बेटे को लेने के लिए कोई नहीं आया. लेबर रूम स्टाफ के अनुसार प्रसूता के पास नौ महीने की गर्भावस्था के समय में करवाई गई एक भी जांच की पर्ची नहीं थी. जांच के बारे में पूछा गया तो परिजन कुछ भी नहीं बोल पाए. पूछताछ में मैना ने बताया कि प्रसव के बाद नवजात को उसकी मां के पास ही सुलाकर वह सो गई थी. सुबह पांच बजे देखा, तो बच्चे के शरीर में कोई हरकत नहीं थी. उसने भाई मनीराम को जानकारी दी. वे नवजात को लेकर आईसीयू भागे-भागे पहुंचे. बहन गुड्डी खेत में ढाणी बनाकर पति व बच्चों सहित रहती है. पति सात वर्ष से गंभीर रूप से बीमार है और महिला के दो बेटी और दो बेटे पहले से है.
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दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें
दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट… और पढ़ें
Location :
Churu,Rajasthan
First Published :
November 08, 2025, 13:04 IST
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चुरू अस्पताल में मानवता शर्मसार! मां की गोद में सोया नवजात सुबह बन गया लाश



