Hepatitis Symptoms and Prevention: फीवर और कमजोरी हो सकते हैं लिवर इंफेक्शन के संकेत

Last Updated:May 21, 2025, 11:08 IST
Hepatitis Symptoms: हेपेटाइटिस लिवर से जुड़ा एक गंभीर इंफेक्शन है, जिसकी वजह से लिवर में सूजन आ जाती है. धीरे-धीरे यह परेशानी बढ़ती रहती है और सीरियस हो जाती है. इसके लक्षण कॉमन होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं …और पढ़ें
हेपेटाइटिस के कारण लिवर में सूजन आ जाती है
हाइलाइट्स
हेपेटाइटिस इंफेक्शन लिवर की सूजन का कारण बन जाता है.हेपेटाइटिस के लक्षणों में बुखार, थकान और कमजोरी होती है.हेपेटाइटिस से बचाव के लिए उबला या फिल्टर्ड पानी ही पिएं.
Tips To Prevent Hepatitis Infection: लिवर से जुड़ी परेशानियां आजकल तेजी से बढ़ रही हैं. लिवर हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंग है, जो खाने को पचाने और खून को साफ करने में अहम भूमिका निभाता है. हालांकि आज के जमाने में गलत खान-पान और बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल से लिवर की परेशानियां पैदा हो रही हैं. जब हमारा लिवर बीमार हो जाता है, तो पूरा शरीर कमजोर पड़ने लगता है. हेपेटाइटिस एक ऐसी बीमारी है, जिसमें लिवर में सूजन आ जाती है. शुरू में हमें इसके लक्षण पता भी नहीं चलते और जब तक समझ में आता है, तब तक लिवर को काफी नुकसान हो चुका होता है. अगर समय रहते जानकारी हो, तो हेपेटाइटिस को रोका जा सकता है और ठीक किया जा सकता है. यह जानना बहुत जरूरी है कि यह बीमारी कैसे होती है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जाए.
क्लीवलैंड क्लीनिक की रिपोर्ट के मुताबिक हेपेटाइटिस लिवर की सूजन को कहते हैं. यह बीमारी अधिकतर वायरल इंफेक्शन की वजह से होती है. इससे लिवर कैंसर, लिवर फेलियर और लिवर से संबंधित दूसरी कई बीमारियां हो सकती हैं. हेपेटाइटिस दो तरह का होता है: एक्यूट हेपेटाइटिस – इसमें लक्षण अचानक शुरू होते हैं. यह बीमारी छह महीने के अंदर ठीक हो जाती है. इसमें बुखार, थकान, पेट दर्द आदि कुछ दिनों या हफ्तों तक होते हैं और फिर ठीक हो जाते हैं. दूसरा क्रॉनिक हेपेटाइटिस – इसमें हेपेटाइटिस लंबे समय तक रहता है, यानी छह महीने से ज्यादा. यह धीरे-धीरे बिगड़ता जाता है और लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है. अगर समय पर इलाज न हो तो यह लिवर फेलियर या लिवर कैंसर तक पहुंच सकता है.
हेपेटाइटिस के लक्षणों की बात करें, तो शुरू में हेपेटाइटिस के लक्षण धीरे-धीरे या बहुत हल्के हो सकते हैं, इसलिए तुरंत पता नहीं चलता. इसके आम लक्षण में दस्त, थकावट, कमजोरी, बुखार, मतली या भूख न लगना, पेट के दाईं ऊपरी तरफ दर्द शामिल हैं. अगर हेपेटाइटिस लंबे समय से है, तो इसके गंभीर लक्षण हो सकते हैं, जिसमें भूलने लगना, नींद जैसा महसूस होना, पेशाब का रंग गहरा होना और मल का रंग हल्का होना, त्वचा पर खुजली होना, त्वचा या आंखों के सफेद हिस्से पर पीलापन आना आदि.
हेपेटाइटिस से बचने के लिए हमेशा उबला या फिल्टर शुद्ध पानी पिएं, बाहर का खुला खाना खाने से बचें. हेपेटाइटिस के लिए सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन उपलब्ध हैं. हेपेटाइटिस संक्रमित के संपर्क में हों तो उनके टूथब्रश, रेजर आदि चीजें साझा न करें. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की हेपेटाइटिस बी की जांच करवानी चाहिए. अगर इंफेक्शन हो, तो तुरंत ट्रीटमेंट कराना चाहिए. अगर आपको हेपेटाइटिस संक्रमण हो, तो डॉक्टरों की सलाह के आधार पर दवाएं लें और अच्छी डाइट फॉलो करें.
अमित उपाध्याय
अमित उपाध्याय Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
भारत पाकिस्तान की ताज़ा खबरें India पर देखेंhomelifestyle
फीवर और कमजोरी को हल्के में न लें, लिवर की इस बीमारी का हो सकता है संकेत !