यहां डॉक्टर्स ने कलाई पर सजाई काली राखी, ये है विरोध की वजह
रिपोर्ट- मनमोहन सेजूबाड़मेर: एक तरफ पूरा देश जहां भाई बहन के पावन पर्व रक्षाबंधन को बड़ी खुशी के साथ मना रहा है वहीं दूसरी तरफ भारत-पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर में कलाईयों पर काली राखी बांधी गई, विरोध के नारे लगे और पश्चिमी बंगाल के कोलकाता में हुए जघन्य कांड की जमकर भर्त्सना की गई.
कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए गैंगरेप और हत्या के मामले में देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है. लोगों में आक्रोश है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं. इस बीच भारत-पाकिस्तान सीमा के बाड़मेर में महिला डॉक्टरो ने काली राखी बांधकर अपना विरोध जताया है. यह एक अनोखा तरीका है जिसमें महिला डॉक्टर ने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है और समाज में फैली हिंसा के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है.
इस दौरान महिला चिकित्सकों ने देश के युवाओं के लिए बड़ा संदेश दिया कि किसी भी लड़की या औरत का “नो” मतलब “नो’ ही होता है. बाड़मेर जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज के शिशु एवम जननी विभाग के परिसर के आगे धरने पर बैठे चिकित्सको ने सोमवार को काली राखी मनाई.
महिला चिकित्सकों ने अपने साथी चिकित्सकों की कलाई पर काली राखी बांधी और कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर की घटना की जमकर भर्त्सना की है. इनका कहना है कि पश्चिमी बंगाल की ममता बनर्जी सरकार द्वारा इस पूरे मामले में जमकर ढिलाई बरती गई है.
डॉक्टर संस्कृति के मुताबिक “नो” का मतलब “नो” होता है और इसे समझना और सम्मान करना हम सभी की जिम्मेदारी है. रक्षाबंधन के पर्व पर यह भाइयो को संदेश है कि हर लड़की,औरत का सम्मान करना चाहिए. आपको बता दे कि सरहदी बाड़मेर में लगातार कई दिनों से रेजिडेंट डॉक्टर कोलकाता में हुए गैंगरेप और हत्या के मामले को लेकर आंदोलनरत है.
FIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 16:21 IST