इधर टूट रहा था अवैध निर्माण, छाती पीट-पीटकर रो रहे थे लोग, उधर कबाड़ी वालों की हो गई मौजा ही मौजा!
भारत में लोग कहीं भी बस जाते हैं. सिर्फ खाली जमीन नजर आनी चाहिए, उसके बाद लोगों को घर बनाने से कोई नहीं रोक सकता. कई बार तो लोग सरकारी जमीन पर ही अतिक्रमण कर लेते हैं. इसके बाद कई-कई सालों तक उनपर कब्ज़ा जमाए रहते हैं. शुरुआती दौर में कच्चे मकान बनाने के बाद ये लोग बाकायदा पक्के मकान बना कर रहने लगते हैं.
जब तक इससे सरकार अनजान रहती है तब तक कोई दिक्क्त नहीं होती. लेकिन जैसे ही सरकार को इसकी भनक लगती है, वैसे ही अवैध निर्माण तोड़ा जाने लगता है. कई बार सरकार अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाती है. हाल ही में जयपुर के न्यू सांगानेर में अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया गया. इस दौरान अतिक्रमणकारियों को रोते-बिलखते देखा गया. लेकिन दूसरी तरफ कुछ और ही नजारा देखने को मिला.
कबाड़ी वालों की लग गई भीड़अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलते ही वहां मलबा जमा हो गया. जिन घरों में कुछ समय पहले परिवार रहा करता था, उसकी जगह सिर्फ सीमेंट और ईंट कला ढेर नजर आने लगा. जिनके मकान टूटे, उनका तो दिल टूट गया. लेकिन इस दौरान किसी के चेहरे खिले नजर आए. जैसे ही अतिक्रमण हटाया गया, वहां कबाड़ी वालों की भीड़ लग गई. सभी लोहा और टीन लेकर भागने लगे. घरों को बनाने के दौरान इस्तेमाल हुए लोहे के रॉड को चुराकर भागते नजर आए.