यहां ऊंट के किए जाते हैं 32 श्रृंगार, पैरों में घुंघरू और गले में माला, 2 लाख तक के पहने हैं गहनें-Here the camel is given 32 adornments, anklets on the feet and garlands around the neck, jewelery worth up to Rs 2 lakhs

बीकानेर. आमतौर पर महिलाएं 16 श्रृंगार करती है, जबकि रेगिस्तान का जहाज कहे जानें वाले ऊंट के 32 श्रृंगार किए जाते हैं. ऐसे में ऊंट के इस 32 श्रृंगार के आगे तो बड़ी से बड़ी दुल्हन भी फेल नजर आती है. ऊंट के इस श्रृंगार को देखकर हर कोई आश्चर्यचकित और हैरान हो गया. सिर से लेकर पांव तक ऊंट को सजाया गया है. अवसर था राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान बीकानेर में विश्व ऊंट दिवस का. जहां कई ऊंट पालक एक से बढ़कर एक ऊंट सजाकर लाए. इन सजे ऊंटों के साथ शहरवासी फोटो खिंचवाते नजर आए.
ऊंटपालक रिजवान ने बताया कि ऊंट को कई सालों से पाल रहे है. आमतौर पर ऊंट को सजाने के लिए वैसे तो काफी समय लगता है. लेकिन प्रतियोगिता में 15 मिनट में ऊंट को सजाने के लिए करीब 8 से 10 लोग लगे रहते है. यहां ऊंट के 20 रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक सजाया गया.
ऊंट के गले का श्रृंगार होता है. इसमें गोरबंद का इस्तेमाल किया जाता है. ऊंट के गले में ही चांदी और जरी की कसीदाकारी पट्टियां भी लगाई जाती हैं. पैरों में नेवरी बांधी जाती है और घुंघरू पहनाया जाता है. नाक व मुहं पर नकेल मोरा व ,मोरी का प्रयोग किया जाता हैं. ऊंट की गर्दन को सजाने के लिए मणियों की माला, गजरा, टोकरी, घंटी व लाल कलर के डिजाइनदार कपड़े से सजाया जाता हैं. ऊंट के पैरों के लिए नवरिया, मणियों से बनी पाईजेब, नकली मोती व घुंघरू का उपयोग किया जाता हैं. गोरबंध श्रृंगार का महत्वपूर्ण आभूषण होता हैं जो ऊंट के सीने पर सजाया जाता है. ऊंट की सुन्दरता को चार चांद लगा देता है.
ऊंट की पीठ के ऊपर कूबड़ निकला हुआ होता है उसको सजाने के लिए पड़ची, काठी व जाली का श्रृंगार किया जाता है. ऊंट की पीठ पर पहले काठी पहनाई जाती है. इसमें दो लोगों के बैठने की जगह होती है. इसके नीचे गद्दियां और ऊपर छेवटी रखी जाती है. काठी के सबसे ऊपर गादी रखी जाती है ,जो बैठने वालों के लिए बेहद आरामदेह होती है. गले से दोनों ओर पावों तक लुम्बा-झुम्बा पहनाया जाता है. ये रंगबिरंगा होता है. मुंह, कान और नाक को ढकते हुए चांदी का कसीदा किया हुआ मोहरा पहनाया जाता है. तंग काठी को कसने के काम बाता है जो दोनों ओर लटका होता है.
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FIRST PUBLISHED : June 22, 2024, 16:52 IST