जयपुर में हाई-प्रोफाइल विवाद! महिला IAS अधिकारी ने पति पर शूटर बुलाने और बंधक बनाने का आरोप लगाया

जयपुर. राजस्थान कैडर के दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के बीच चल रहा पारिवारिक कलह अब कानूनी जंग में बदल गया है. 2014 बैच की महिला आईएएस अधिकारी भारती दीक्षित ने अपने पति और समकक्ष आईएएस अधिकारी आशीष मोदी के खिलाफ जयपुर के एसएमएस थाने में गंभीर आरोपों के साथ एफआईआर दर्ज कराई है. एचटी में छपी खबर के मुताबिक भारती ने पति पर लगातार घरेलू हिंसा, मारपीट, अवैध रूप से बंधक बनाकर रखने, जान से मारने की धमकी देने और जबरन तलाक के लिए दबाव बनाने जैसे संगीन आरोप लगाए हैं.
यह मामला राजधानी के प्रशासनिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि दोनों अधिकारी उच्च पदों पर तैनात हैं. भारती दीक्षित वर्तमान में वित्त विभाग में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत हैं, जबकि आशीष मोदी समाज न्याय एवं अधिकारिता विभाग में निदेशक हैं. पुलिस ने भारती की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है, जो दोनों पक्षों के बयान, गवाह और सबूतों की पड़ताल कर रही है.
14 अक्टूबर की घटना बनी विवाद का केंद्र
एचटी में छपी खबर के मुताबिक, विवाद की जड़ 14 अक्टूबर 2025 की एक घटना है. भारती दीक्षित ने बताया कि उस दिन सुबह वह अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने जा रही थी. रास्ते में आशीष मोदी और उनके एक सहयोगी ने सरकारी वाहन का इस्तेमाल कर उन्हें जबरन गाड़ी में बैठा लिया. इसके बाद उन्हें शहर के एक सुनसान इलाके में स्थित फ्लैट पर ले जाया गया, जहां कई घंटों तक बंधक बनाकर रखा गया. भारती के अनुसार, आशीष मोदी उस समय शराब के नशे में थे और उन्होंने न केवल गाली-गलौज की, बल्कि मारपीट भी की. शिकायत में आगे कहा गया है कि आशीष मोदी ने जबरन तलाक के कागजात पर हस्ताक्षर करवाने का दबाव डाला.
जब भारती ने इनकार किया, तो कथित तौर पर एक शूटर को बुलाकर जान से मारने की धमकी दी गई. इतना ही नहीं, उन्हें पिस्तौल की नोक पर अपने पिता से फोन पर झूठ बोलने के लिए मजबूर किया गया. भारती ने आरोप लगाया कि इस दौरान उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने वाली भाषा का इस्तेमाल किया गया और मानसिक रूप से तोड़ने की कोशिश की गई.
शादी को बताया ‘भावनात्मक ब्लैकमेल’ का परिणाम
भारती दीक्षित ने अपनी शिकायत में खुलासा किया कि वर्ष 2016 में हुई उनकी शादी भी भावनात्मक शोषण का नतीजा थी. उस समय उनके पिता गंभीर रूप से बीमार थे और आशीष मोदी ने इस कमजोर स्थिति का फायदा उठाकर विवाह के लिए दबाव बनाया. शादी के बाद से ही उन्हें लगातार मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने यह भी दावा किया कि आशीष मोदी के कई अन्य महिलाओं से अवैध संबंध हैं, जिसका सबूत उन्होंने पुलिस को सौंपने की बात कही है. भारती ने कहा कि तलाक के लिए बार-बार दबाव बनाया जाता रहा, लेकिन उन्होंने हमेशा इनकार किया, जिससे हिंसा बढ़ती गई.
पुलिस हर पहलू पर कर रही है जांच
एसएमएस थाना प्रभारी राजेश शर्मा ने बताया कि महिला अधिकारी ने विस्तृत लिखित शिकायत सौंपी है. सभी आरोपों की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की गई है. घटनास्थल, गवाह, सीसीटीवी फुटेज और फोन रिकॉर्ड्स की जांच की जा रही है. दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जाएंगे. पुलिस सूत्रों के अनुसार, 14 अक्टूबर को जिस फ्लैट में कथित बंधक बनाने की घटना हुई, उसकी तलाशी ली जा रही है. साथ ही, सरकारी वाहन के इस्तेमाल और शूटर की मौजूदगी के दावे की भी पुष्टि की जा रही है.
दूसरी ओर, आरोपी आईएएस अधिकारी आशीष मोदी ने मीडिया से संक्षिप्त बातचीत में कहा कि यह मामला जांच के दायरे में है. मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. पुलिस को पूरा सहयोग दूंगा. उन्होंने यह भी दावा किया कि जब एफआईआर दर्ज की गई, उस समय (4 से 7 नवंबर) वह बिहार में आधिकारिक दौरे पर थे. हालांकि, यह दावा जांच का हिस्सा होगा कि क्या वह वाकई उस दौरान जयपुर से बाहर थे.आने वाले दिनों में जांच की दिशा इस बात पर निर्भर करेगी कि भारती के पास कितने ठोस सबूत हैं और आशीष मोदी अपना पक्ष कितनी मजबूती से रख पाते हैं. फिलहाल, जयपुर पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है, ताकि सच सामने आ सके.



