पिता के कैंसर से मौत…45 लाख का कर्ज, अमेरिका से डिपोर्ट हुआ हिमाचल का युवक, रोहित की मां के नहीं रुक रहे आंसू

Agency: Himachal Pradesh
Last Updated:February 18, 2025, 11:47 IST
अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए हिमाचल के रोहित का परिवार सदमे में है। एजेंट ने 45 लाख की ठगी की। रोहित की मां सरकारी स्कूल में मिड-डे मील हेल्पर हैं। परिवार कर्ज में डूबा है।
एयरपोर्ट पर नायब तहसीलदार जय चंद और चौकी प्रभारी चमन सिंह ने एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से जरूरी दस्तावेजी कार्यवाही पूरी की.
हाइलाइट्स
रोहित अमेरिका से डिपोर्ट होकर हिमाचल लौटा.परिवार पर 45 लाख का कर्ज, एजेंट ने ठगा.रोहित की मां सरकारी स्कूल में मिड-डे मील हेल्पर हैं.
अमेरिका. छोटी सी सड़क और पुलिस के साथ गुजरता हुआ एक युवक, इंटों से बने घर में सबकी एंट्री होती है. दीवारों पर प्लस्टर नहीं हुआ है और कुछ जगह पर्दे लगाए हैं. कहानी अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के युवक रोहित की है. सोमवार को रोहित इंदौरा उपमंडल के गांव मिलवां का घर पहुंचा. इस दौरान अमृतसर एयरपोर्ट से रोहित को नायब तहसीलदार ठाकुरद्वारा और पुलिस चौकी ठाकुरद्वारा के प्रभारी घर लेकर आए.
घर पहुंचने के बाद रोहित ने किसी से कोई बात नहीं की और चुपचाप अपने कमरे में बैठा रहा. इस दौरान उसके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल था, क्योंकि अमेरिका जाने के लिए उन्होंने करीब 45 लाख रुपये खर्च किए थे. रोहित रविवार देर रात अन्य भारतीयों के साथ अमृतसर एयरपोर्ट पर पहुंचा था और अब सकुशल घर वापस आ गया है.
एयरपोर्ट पर नायब तहसीलदार जय चंद और चौकी प्रभारी चमन सिंह ने एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से जरूरी दस्तावेजी कार्यवाही पूरी की. इसके बाद सोमवार दोपहर बाद अधिकारियों ने रोहित को उसके घर मिलवां के लिए रवाना कर दिया और देर रात को उसकी मां के सुपुर्द कर दिया. रोहित गहरे सदमे में होने के कारण अपनी आपबीती नहीं सुना पाया.
रोहित के पिता का कैंसर से पहले ही देहांत हो चुका है और उसकी मां आशा रानी सरकारी स्कूल में मिड-डे मील हेल्पर हैं. रोहित का भाई नरेश भी विदेश में है जबकि उसकी एक बहन है जिसकी शादी हो चुकी है. रोहित की बहन ने बताया कि अमृतसर के एक एजेंट के माध्यम से रोहित अमेरिका गया था, लेकिन वह ठगी का शिकार हो गया. लाखों रुपये की ठगी करके एजेंट ने फोन भी बंद कर लिया है.
मां बोलीं-कैसे उतारेंगे बैंकों का कर्ज
घर पर मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है. मां का कहना है कि वह अब कर्ज कैसे उतारेंगी. बहन ने बताया कि लगभग एक वर्ष पहले रोहित अमेरिका के लिए निकला था. इस दौरान अमृतसर एयरपोर्ट पर एजेंट ने एक सप्ताह उसे वहां रखा और फिर दुबई भेज दिया. आठ महीनों तक एजेंट ने उसे वहीं बैठाए रखा. आठ महीने के बाद तीन-चार देशों से होते हुए रोहित को मैक्सिको पहुंचा दिया और फिर एजेंट का फोन आया कि चार लाख रुपये और उसके खाते में डालो, आगे ग्रांटर को देने हैं. अमृतसर के एजेंट के खाते में दो बार चार-चार लाख डाल दिए, जबकि उसने 34 लाख रुपये पहले ही अपने खाते में डलवा लिए थे. मैक्सिको पहुंचने के बाद फिर एजेंट ने फोन किया और कहने लगा कि यहां रोहित के लिए अच्छा वकील करना है, उसके लिए भी पैसे भेजो. कुछ दिन बाद एजेंट ने फोन करके बोला कि मेरे को अब फोन मत करना और उस समय से आज तक एजेंट ने फोन नहीं उठाया. तहसीलदार जय चंद ने बताया कि सरकार के आदेशों के अनुसार, उन्होंने रोहित को घर छोड़ा है.
Location :
Kangra,Kangra,Himachal Pradesh
First Published :
February 18, 2025, 11:45 IST
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पिता के कैंसर से मौत…45 लाख का कर्ज, अमेरिका से डिपोर्ट हुआ हिमाचल का युवक