history of Sikar Devgadh Fort unique example of architecture

Last Updated:April 16, 2025, 12:34 IST
सीकर शहर की सुरक्षा और निगरानी रखने के लिए देवगढ़ किले का निर्माण करवाया गया था. इस पहाड़ी के ठीक सामने रैवासा की पहाड़ी का किला है, जो उस वक्त खंडेला ठिकाना के राजा के अधीन था. X
देवगढ़ किला सीकर
हाइलाइट्स
सीकर का देवगढ़ किला 1784 में बना था.यह किला वास्तु कला का नायाब नमूना है.1935 के किसान आंदोलन में नेताओं को यहां बंदी रखा गया था.
सीकर:- राजस्थान के सीकर जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर देवगढ़ का ऐतिहासिक किला स्थित है. सीकर के राव राजा देवी सिंह ने 1784 में यह किला बनवाया था. इस किले की बनावट बहुत सुंदर है. सीकर शहर की सुरक्षा और निगरानी रखने के लिए इस किले का निर्माण करवाया गया था. इस पहाड़ी के ठीक सामने रैवासा की पहाड़ी का किला है, जो उस वक्त खंडेला ठिकाना के राजा के अधीन था.
इसलिए गढ़ का निर्माण होते देख पड़ोसी ठीकाना खंडेला ने विघ्न भी डाला और तोप से गोले चलाये. जिसके कारण कई कारीगर डर के मारे भाग छुटे थे. लेकिन, राव राजा देवीसिंह ने अपने अलवर के साथी प्रताप सिंह की मदद से विशेष कारीगर बुलवाये और निर्माण कार्य जारी रखा और सन 1787 में हजारों श्रमिकों और तकनीकी विशेषज्ञों के परिश्रम से चार साल में दुर्ग का निर्माण हुआ.
किसान आंदोलन के प्रमुख नेताओं को बंदी रखाकिले का उपयोग बंदियों को रखने के लिए किया जाता था. पहाड़ी की ऊंचाई लगभग 531 फिट के करीब है. राव राजा कल्याण सिंह ने अपनी बेटी सिरे कंवर को इसे देने का निर्णय किया था. लेकिन उन्होंने इसके लिए मना कर दिया था. साल 1935 के किसान आंदोलन के दौरान प्रमुख नेताओं को भी इसी दुर्ग में बंदी बनाकर रखा गया था. यह दुर्ग लगभग 242 वर्ष पुराना है. वर्तमान में बड़ी संख्या में पर्यटक इस किले को निहारने के लिए आते हैं.
वास्तु कला का नायब नमूनासीकर का देवगढ़ किला वास्तु कला का नायाब नमूना है. देवगढ़ का किला अरावली पर्वतमाला की एक पहाड़ी पर बना हुआ है. पहाड़ी की टहलाती में देवगढ़ गांव बसा हुआ है. इस किले में सुरक्षा प्रबंध और जल संरक्षण की नायाब तकनीक का नमूना भी देखने को मिलता है. इसके लिए पर पहुंचने के लिए पत्थर से पक्की पगडंडी बनाई हुई है, जिस पर चलकर पर्यटक इस किले के अंदर पहुंच सकते हैं.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
April 16, 2025, 12:34 IST
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वास्तुकला का नायाब नमूना है सीकर का यह किला, जानें क्या है यहां का इतिहास