Holi 2023: Ramleela on Holi in Gwalior and Bareilly unesco world herit | Holi 2023: इन जगहों पर होती है होली पर रामलीला, एक आयोजन है यूनेस्को की विश्व धरोहर
भोपालPublished: Mar 04, 2023 09:05:47 pm
गो. तुलसीदास ने जब राम चरित मानस में लिखा कि सियाराम मय सब जग जानी तो शायद उन्होंने यह महसूस किया था कि कण-कण राममय है तो देश के त्योहारों का भी राममय होना लाजमी है। इसमें रामलीला मंचन (Ramleela) का बड़ा योगदान है। दीपावली के अवसर पर रामलीला मंचन आम है, लेकिन होली पर रामलीला मंचन शायद आम न (Ramleela on Holi) लगे। लेकिन हैरान करने वाली ग्वालियर ( Ramlila tradition in gwalior) और बरेली (Ramlila tradition in bareilly) की ये रिवायत सैकड़ों साल पीछे तक जाती है, जिसे आज हम आपको बता रहे हैं।
holi par ramleela
ग्वालियर की रामलीला (Ramlila tradition in gwalior): ग्वालियर में होली पर रामलीला की परंपरा काफी पुरानी है। अविभाजित भारत के झंग जिले के रसीदपुर गांव से आकर यहां बसे झंग बिरादरी के लोग इस परंपरा को निभाते हैं। इस बिरादरी के लोग बताते हैं कि आजादी से पहले रसीदपुर गांव में होली से आठ दिन पहले धार्मिक नाटकों का मंचन और रामलीला मंचन की शुरुआत की गई थी।