Holi Saree Collection : जोधपुर की इस मार्केट में मिल रही सबसे सस्ती फागुणिया साड़ी, वैरायटी की भरमार

Last Updated:March 05, 2025, 13:01 IST
Holi Saree Collection : राजस्थान में होली के अवसर पर फागण साड़ी की धूम है. त्रिपोलिया मार्केट में 150 से 3000 रुपये तक की साड़ियां उपलब्ध हैं. महिलाएं सफेद, लाल और पीले रंग की साड़ियां पहनना पसंद करती हैं.X
राठी साड़ी जोधपुर त्रिपोलिया मार्केट
हाइलाइट्स
त्रिपोलिया मार्केट में 150 से 3000 रुपये तक की साड़ियां उपलब्ध हैंफागुणिया साड़ी की 100 से अधिक वैरायटी बाजार में हैंमहिलाएं सफेद, लाल और पीले रंग की साड़ियां पहनना पसंद करती हैं
होली का उल्लास और मस्ती हर तरफ छायी हुई है. रंग-गुलाल के साथ अब डिजाइनर के जमाने में होली पर भी नये कपड़े पहने जाने लगे हैं. फाल्गुन मास की शुरूआत के साथ ही महिलाओं की भीड़ जहां बाजारों साड़ियां खरीदने के लिए उमड़ने लगी है. रंग रंगीलो राजस्थान में फागण साड़ी पहनी जाती है. ये अपने प्रदेश की संस्कृति की तरह चटख रंगों की होती है. इस मौसम में इस साड़ी की काफी डिमांड रहती है. फागुन मास की शुरूआत के साथ ही राजस्थान की महिलाओं में काफी उत्साह रहता है.
होली के लिए यहां खास तैयारी की जाती है. रंग गुलाल और पकवान के साथ फाग गाने की परंपरा यहां है. महिलाओं की टोली घर घर घूमकर फागुन की बधाई देती हैं. फागुन के मौसम में वो खास साड़ी पहनना पसंद करती है जिसे फागण साड़ी कहा जाता है. पूरे राजस्थान सहित जोधपुर के त्रिपोलिया मार्केट में राठी साड़ी से लेकर बी रोड स्थित शुभ साड़ी तक हर जगह ये साड़ियां उपलब्ध हैं. महिलाओं की भारी भीड़ यहां उमड़ रही है.
फागुणिया की 100 वैरायटीइस बार बाजार में फागुणिया साड़ी की 100 से अधिक वैरायटी हैं. महिलाओं को काफी पसंद आ रही है. मारवाड़ की परंपरा के अनुसार फागुन में फागणिया पहनने का रिवाज है. महिलाएं सफेद-लाल और पीले रंग की साड़ी में नजर आने लगी हैं. शहर के बाजारों में विशेष रूप से सफेद, लाल, पीले रंग की साड़ी और राजपूती पोशाकें सज चुकी हैं.
150 से लेकर 3000 तकअंकित राठी ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इस बार बाजार में फागुणिया साड़ी की 150 से अधिक वैरायटी उपलब्ध है. महिलाओं को काफी पसंद आ रही है. मारवाड़ की परंपरा के अनुसार फागुन में फागणिया पहनने का रिवाज है. महिलाएं सफेद-लाल और पीले रंग की साड़ी में नजर आने लगी हैं. मेवाड़ की परंपरा रही है कि महिलाएं होली के अवसर पर पीले, सफेद और लाल रंग की पीलिया और फागणिया ड्रेस पहनती हैं. बेटी के पहला बच्चा होने पर ढूंढ़ के मौके पर पीहर से ससुराल पीलिया या फागणिया साड़ी भेजी जाती है, जो माता-पिता की तरफ से शुभकामनाओं का प्रतीक होती है. इस बार त्रिपोलिया बाजार में राठी साड़ी पर में कई तरह की नई डिजाइन की साड़ियां उपलब्ध हैं. इसमें गोटा पत्ती हैंड वर्क, सिल्क साटन के साथ ही 150 से लेकर 3,000 रुपए तक की आकर्षक डिजाइन की साड़ियां यहां मिल जाएंगी.
पीहर का पीला, बुआ की बुरलिया-ओढ़नी,भतीजा-भतीजी होने पर ढूंढ की रस्मराजस्थान में वस्त्र-प्रसंग में यह बात विशेष रूप से याद आती है कि यहां मौसम के मुताबिक वस्त्र पहने जाते हैं. दो सौ साल पहले लिखी “कपड़ कुतूहल” में इस मान्यता पर जोर है कि रुचि की अनुकूलता पर ऋतु का प्रभाव होता है. फागुन में फबते फागणिया परिधान को ओढ़ने की परंपरा है. ऐसा माना जाता ह जब तक बहू पर सासरे का रंग पूरा न चढ़ जाए, तब तक तरह-तरह के रंग चढ़ाए जाते हैं. पीहर का पीला, मामैरा का कोरजल्या, बुआ की बुरलिया-ओढ़नी, जेठाणी का जेठा वेश और ननद का ननदिया नांदना, भतीजा-भतीजी होने पर ढूंढ की रस्म का रुचिकर वेश भी यही है.
Location :
Jodhpur,Rajasthan
First Published :
March 05, 2025, 13:01 IST
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जोधपुर की इस मार्केट में मिल रही सबसे सस्ती फागुणिया साड़ी, वैरायटी की भरमार