Rajasthan
पेट दर्द और बुखार का घरेलू उपाय, जानें सर्दियों के इस फल के फायदे
December 01, 2024, 11:51 ISTrajasthan NEWS18HINDI
सिरोही जिले के आदिवासी क्षेत्रों में सर्दियों की शुरुआत के साथ ही बेर का मौसम भी शुरू हो गया है. इस फल को स्थानीय लोग ‘किसान का सेव’ कहते हैं. दीपावली के बाद माउंट आबू वन क्षेत्र, आबूरोड-पिंडवाड़ा और अन्य पहाड़ी इलाकों में बेर की झाड़ियां प्राकृतिक रूप से लहलहाने लगती हैं. कच्चे बेर हरे और खट्टे होते हैं, जबकि पकने के बाद इनका रंग भूरा और स्वाद मीठा हो जाता है. बेर की झाड़ियों से आदिवासी महिलाएं फल तोड़कर बाजार में बेचती हैं, जहां इनकी कीमत 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है.