अम्बुजा सीमेंट परिसर में भयंकर हादसा! उफनते क्लिंकर से तीन युवा मजदूरों की जलकर दर्दनाक मौत, जांच शुरू

पाली. राजस्थान के ब्यावर स्थित अम्बुजा सीमेंट फैक्ट्री के परिसर में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा घट गया. क्लिंकर सेक्शन में काम कर रहे तीन युवा मजदूरों पर अचानक भारी मात्रा में उफनता हुआ गर्म क्लिंकर मटेरियल गिर पड़ा, जिसकी चपेट में आने से वे 90 प्रतिशत से अधिक झुलस गए. अत्यधिक तापमान के कारण तीनों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. यह घटना फैक्ट्री के उत्पादन चक्र के दौरान हुई, जब मजदूर लिफ्ट से नीचे उतर रहे थे.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, क्लिंकर करीब 30 मिनट तक लगातार गिरता रहा, जिस दौरान मजदूर तड़पते रहे, लेकिन भारी मलबे और तेज गर्मी के कारण उन्हें बचाने की कोई कोशिश सफल नहीं हो सकी. हादसे में मारे गए मजदूरों की पहचान अजय कुमार (21 वर्ष), पप्पू कुमार (25 वर्ष) और गोविंद मौर्य (22 वर्ष) के रूप में हुई है.
वाराणसी के रहने वाले थे तीनों मृतक मजदूर
तीनों मजदूर उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के रहने वाले थे और फैक्ट्री में ठेकेदार के अधीन अनुबंधित मजदूर के रूप में कार्यरत थे. ये युवा दिहाड़ी मजदूर थे, जो दूर अपनी आजीविका के लिए राजस्थान आए थे. अजय कुमार परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था, जबकि पप्पू कुमार की शादी को महज छह माह ही हुए थे. गोविंद मौर्य के परिवार में बुजुर्ग माता-पिता और दो छोटे भाई-बहन हैं. सूचना मिलते ही तीनों के परिजन वाराणसी से ब्यावर के लिए रवाना हो चुके हैं. हादसे के बाद शवों को अमृत कौर जिला अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया गया है. परिजनों के पहुंचने के बाद ही पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
1000-1200 डिग्री सेल्सियस तक होता है क्लिंकर का तापमान
फैक्ट्री के क्लिंकर सेक्शन में यह हादसा उस समय घटा जब मजदूर नियमित रख-रखाव कार्य के तहत लिफ्ट का उपयोग कर रहे थे. सिमेंट उत्पादन प्रक्रिया में क्लिंकर एक महत्वपूर्ण चरण है, जहां कच्चे माल को उच्च तापमान पर पकाया जाता है. क्लिंकर का तापमान 1000-1200 डिग्री सेल्सियस तक होता है, जो मानव शरीर के लिए घातक साबित हो सकता है. हादसे का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन प्रारंभिक जांच में लिफ्ट की तकनीकी खराबी या क्लिंकर चैंबर के वेंटिलेशन सिस्टम में कमी की आशंका जताई जा रही है. फैक्ट्री प्रबंधन ने बताया कि घटना के तुरंत बाद उत्पादन अस्थायी रूप से रोक दिया गया और सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा शुरू कर दी गई है.
लिफ्ट से नीचे उतरते वक्त हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शी मजदूर रामलाल ने बताया कि हम लोग लिफ्ट से नीचे उतर ही रहे थे कि ऊपर से भारी मात्रा में गर्म क्लिंकर बहने लगा. चीख-पुकार मच गई, लेकिन धुआं और गर्मी इतनी तेज थी कि नजदीक कोई पहुंच ही नहीं सका. तीनों भाई आधे घंटे तक तड़पते रहे, लेकिन बचाव दल के पहुंचने तक देर हो चुकी थी. एक अन्य सहकर्मी ने कहा कि यहां रोज हजारों टन क्लिंकर प्रोसेस होता है. सुरक्षा उपकरण तो दिए जाते हैं, लेकिन कभी-कभी रख-रखाव में चूक हो जाती है. अब इन परिवारों का क्या होगा?” अम्बुजा सीमेंट्स, जो लार्सन एंड टुब्रो ग्रुप की सहायक कंपनी है, के इस प्लांट में करीब 1500 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं. यह फैक्ट्री राजस्थान की प्रमुख सीमेंट इकाइयों में से एक है, जो प्रतिवर्ष लाखों टन सीमेंट उत्पादन करती है.



