Rajasthan

Bihari Ji Temple Winter Shringar in Bharatpur

Last Updated:November 10, 2025, 09:16 IST

Bharatpur News: सर्दियों की दस्तक के साथ भरतपुर के बिहारी जी मंदिर में भगवान का श्रृंगार बदल दिया गया है. अब भगवान को ऊनी वस्त्र पहनाए जा रहे हैं और गर्म तासीर वाले व्यंजनों जैसे तिल-गुड़ के लड्डू और मखाने की खीर का भोग लगाया जा रहा है. इस विशेष सर्दियों के श्रृंगार को देखने के लिए भक्त बड़ी संख्या में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं.

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भरतपुर। सर्दियों के आगमन के साथ ही ब्रजभूमि के धार्मिक रंग भी बदलने लगे हैं. भरतपुर के प्रसिद्ध बिहारी जी मंदिर में भगवान श्री बिहारी जी के श्रृंगार और भोग में अब ठंड का असर साफ नजर आने लगा है. पुजारी और भक्तों ने भगवान की सेवा में मौसम के अनुरूप परिवर्तन कर दिए हैं. मंदिर में भगवान को ऊनी और रेशमी वस्त्र पहनाए जा रहे हैं तथा उनके लिए ऐसे विशेष व्यंजन तैयार किए जा रहे हैं जिनकी तासीर शरीर को गर्माहट देती है.

मंदिर के पुजारी ने बताया कि भगवान बिहारी जी का स्वरूप बाल रूप में है. जैसे इंसानों को ठंड लगती है, वैसे ही भगवान को भी ठंड का अनुभव होता है. इसी परंपरा के तहत हर वर्ष सर्दियों के मौसम में भगवान के वस्त्र और भोग दोनों में बदलाव किया जाता है. इस बार भगवान को रेशमी और ऊनी वस्त्रों से सजाया गया है. साथ ही, उनके आसन पर भी गर्म कपड़ों की परतें बिछाई गई हैं ताकि भगवान को ठंड न लगे और वे आराम से विराजमान रह सकें.

गर्माहट भरे भोग की परंपराठंड को देखते हुए भोग में भी आवश्यक बदलाव किए गए हैं. अब भोग में तिल के लड्डू, मखाने की खीर, सूखे मेवे, और घी-गुड़ से बने व्यंजन शामिल किए गए हैं. पुजारी ने बताया कि यह प्रसाद न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि शरीर को ऊष्मा (गर्मी) भी प्रदान करता है. भक्त भी इसी भोग को प्रसाद के रूप में ग्रहण करते हैं. मान्यता है कि इससे ऊर्जा और स्वास्थ्य बना रहता है, और यह ब्रज परंपरा का अभिन्न अंग है.

सर्दियों का श्रृंगार बना आकर्षणसर्दी के अनुसार मंदिर में फूलों की सजावट भी बदली गई है. अब मुख्य रूप से गुलाब और गेंदा के फूलों से श्रृंगार किया जा रहा है. हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंचकर भगवान के नए रूप के दर्शन कर रहे हैं. भरतपुर और उसके आसपास का इलाका ब्रज क्षेत्र से जुड़ा है, इसलिए यहाँ बिहारी जी की विशेष मान्यता है. भक्त मानते हैं कि मौसम के अनुसार भगवान की सेवा और श्रृंगार में परिवर्तन किया जाना चाहिए, यही सच्ची सेवा भावना है.

Location :

Bharatpur,Rajasthan

First Published :

November 10, 2025, 09:00 IST

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सर्दियों में बदला बिहारी जी मंदिर का श्रृंगार, भगवान को पहनाए गए ऊनी वस्त्र

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