Dengue Havoc, More Than 150 Patients Admitted In SMS – Dengue In Jaipur: डेंगू का कहर, 150 से ज्यादा मरीज एसएमएस में भर्ती

Dengu In Jaipur:
– हर दिन आ रहे 12 से 15 मरीज
– अस्पताल प्रशासन पर्याप्त बैड के कर रहा दावा
– अन्य राज्यों के मरीज भी भर्ती एसएमएस में

Dengu In Jaipur:
राजस्थान में कोरोना संक्रमण के बाद अब डेंगू ने अपना कहर बरपाना शुरु कर दिया है। डेंगू के मरीजों की संख्या में हर दिन इजाफा देखा जा रहा है। हर अस्पताल के साथ एसएमएस में रोजाना मरीजों की भीड़ जुट रही है। सुबह होते ही यहां मौसमी बीमारियों के मरीजों के परिजन पर्ची कटवाने के लिए लम्बी कतारों में देखे जा सकते हैं। आम दिनों जब एसएमएस में ओपीडी 8 से दस हजार होती है, अभी दस से बारह हजार हो गई है। डेंगू के साथ स्क्रब टायफस, मलेरिया, चिकनगुनिया व अन्य मौसमी बीमारियों के मरीज भी यहां लगातार आ रहे हैं। मौसमी बीमारियों की शिकायत वाले मरीजों में से 40 प्रतिशत मरीज डेंगू के हैं। यहां हर दिन औसतन 12 से 15 मरीज डेंगू के भर्ती हो रहे हैं। शनिवार शाम तक एसएमएस अस्पताल में डेंगू के 165 मरीज भर्ती रहे। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विनय मल्होत्रा के मुताबिक अस्पताल में मरीजों के लिए बैड पर्याप्त हैं और प्लेटलेट्रस का भी पर्याप्त स्टॉक यहां पर है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक मरीजों के लिए सभी तैयारियां यहां पूरी हैं।
बच्चे भी चपेट में
शहर के जेके लोन अस्पताल के हाल भी ऐसे ही हैं। यहां पर अभी करीब 150 बच्चे डेंगू के भर्ती हैं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके शुक्ला का कहना है कि अस्पताल में कुल 878 बैड क्षमता है। इसलिए बैड को लेकर कमी नहीं है। वहीं 24 घंटे ब्लड बैंक की सेवाएं हैं, जहां पर ब्लड और प्लेटलेट्रस फिलहाल पर्याप्त हैं। उनका कहना है कि अस्पताल में सिर्फ जयपुर जिले से ही नहीं, अन्य जिलों के साथ अन्य राज्यों जैसे, यूपी, एमपी, हरियाणा के मरीज भी यहां आ रहे हैं।
इस साल के यह आंकड़े
सरकारी आंकड़ों के अनुसार डेंगू इस साल जनवरी महीने से अब तक 7 हजार 294 केस दर्ज किए गए हैं। वहीं मलेरिया के 671 पॉजिटिव केस और चिकनगुनिया के 851 केस दर्ज किए गए। डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हर अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी में मरीजों के लिए बैड रिजर्व किए गए हैं।
जॉइनिंग के निर्देश
डेंगू के प्रकोप को देखते हुए सभी डॉक्टरों के अवकाश रद्द कर दिए गए हैं और जिन डॉक्टर्स के ट्रांसफर हाल ही में हुए हैं उन्हें तीन दिनों में जॉइन करने के निर्देश दिए गए हैं। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर भी सभी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं, ऐसे में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर आने वाले मरीजों के बड़े अस्पतालों में रैफर करने के बजाय वहीं पर इलाज करें। वहीं डेंगू की जांच के लिए सभी जनता क्लिनिक पर भी जांच कार्ड उपलब्ध कराए गए हैं।
अब सुधरेगी स्थिति…
एसएमएस के मेडिसिन विभाग के डॉ. रमन शर्मा का कहना है कि मौसम में बदलाव हो चुका है। अब डेंगू को लेकर स्थिति सुधरने की उम्मीद है। उनका कहना है कि लोगों को इस समय मच्छरों से बचाव के सभी उपाय करने चाहिए। पूरी बांह के कपड़े पहने और पानी इकट्रठा करने से बचें।