Rajasthan

गांव के सरकारी स्कूल में टीचर नहीं मिले तो खुद सरपंच साहब बने शिक्षक, बोर्ड परीक्षा की करवा रहे तैयार

दीपेंद्र कुमावत/ नागौर: जिले के रायधनु पंचायत के सरपंच ओमप्रकाश भादू इन दिनों अपने अनोखे कार्य के लिए चर्चा में हैं. सरपंच का कर्तव्य निभाने के साथ ही वे हर रोज सुबह सरकारी स्कूल में शिक्षक बनकर बच्चों को पढ़ाते हैं. पंचायत कार्यालय जाने से पहले वे स्कूल पहुंचते हैं और 11वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को विषयों की पढ़ाई कराते हैं. ओमप्रकाश का यह कदम न केवल जिले में बल्कि पूरे राजस्थान में सराहा जा रहा है.

क्यों कर रहे हैं ऐसा?ओमप्रकाश भादू ने बताया कि उनकी पंचायत के पोटलिया मांजरा में 2023-24 सत्र से सरकारी स्कूल को 8वीं से 12वीं तक क्रमोन्नत किया गया था, लेकिन वहां कोई प्रथम या द्वितीय श्रेणी का शिक्षक नहीं नियुक्त किया गया. इस स्कूल में 285 विद्यार्थी पढ़ते हैं और बोर्ड कक्षाओं में 107 छात्रों के लिए कोई विषय विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं है. बच्चों की शिक्षा को प्रभावित होता देख, 35 वर्षीय युवा सरपंच भादू ने खुद उन्हें पढ़ाने का निर्णय लिया.

प्राइवेट टीचर्स से पूरी कर रहे कमीओमप्रकाश ने बताया कि बोर्ड कक्षाओं के लिए शिक्षक न होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी. इसके समाधान के लिए उन्होंने ग्रामीणों के सहयोग से बोर्ड कक्षाओं के लिए प्राइवेट शिक्षक नियुक्त किए. इन शिक्षकों में से एक अंग्रेजी पढ़ाते हैं, जिनका मासिक वेतन 80,000 रुपये है और दूसरे शिक्षक सामाजिक विज्ञान विषय पढ़ाते हैं, जिन्हें 1.20 लाख रुपये मिलते हैं. इसके अतिरिक्त, अन्य विषयों को प्राथमिक शिक्षक पढ़ा रहे हैं.

खुद एमए-बीएड डिग्रीधारी हैं ओमप्रकाशओमप्रकाश भादू खुद एमए-बीएड हैं. उन्होंने सरपंच बनने से पहले शिक्षक बनने के लिए परीक्षाएं दीं और जयपुर में तैयारी भी की थी. सरपंच बनने के बाद उन्होंने देखा कि उनके गांव में 12वीं की कक्षाओं के लिए शिक्षक नहीं थे. एसएमडीसी के सदस्य के रूप में उन्होंने स्वयं छात्रों को पढ़ाने का निर्णय लिया ताकि बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सके.

हॉकी में भी बच्चों को दे रहे हैं ट्रेनिंगओमप्रकाश बच्चों को पढ़ाई के साथ हॉकी की भी ट्रेनिंग देते हैं. वे रोज सुबह 5 बजे मैदान में पहुंचते हैं और बच्चों को हॉकी के गुर सिखाते हैं. उनकी कोचिंग से प्रेरित होकर चार खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुके हैं. सरपंच ओमप्रकाश की ट्रेनिंग में प्रियंका नामक खिलाड़ी राजस्थान की अंडर-14 हॉकी टीम की कप्तान हैं और उनकी कप्तानी में टीम ने 2022, 2023 और 2024 में गोल्ड मेडल जीते हैं.

Tags: Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : November 12, 2024, 18:06 IST

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