Health

मकड़ी काटे या जहरीला कीड़ा… ये करामाती पौधा पांच मिनट में कर देगा ठीक, ऐसे करें इस्तेमाल

श्रीनगर गढ़वाल: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में मकड़ी के काटने के कई मामले अक्सर सामने आते हैं. यहां की महिलाएं घास काटने के लिए जंगलों में जाती हैं, जहां उन्हें पता ही नहीं चलता कि कब एक जहरीली मकड़ी उन्हें काट लेगी. इस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की मकड़ियां पाई जाती हैं, जिनमें से कुछ अत्यधिक जहरीली होती हैं, जबकि कुछ का जहर कम होता है. मकड़ियों के अलावा, कुछ छोटे कीड़े भी होते हैं जिनके काटने से त्वचा पर संक्रमण या गुठली जैसा बन जाता है.

अगर किसी को मकड़ी काट ले, तो आयुर्वेद में एक विशेष पौधा “अपामार्ग” इसे ठीक करने के लिए बेहद कारगर माना जाता है. सामान्य भाषा में इसे “चिटचिटा” या “चिरचिटा” कहा जाता है. आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुशांत मिश्रा ने बताया कि इस पौधे की जड़ों का लेप लगाने और इसके पेस्ट को पानी में घोलकर पीने से महज 5 मिनट में असर दिखने लगता है, जिससे मरीज को राहत मिलती है.

मकड़ी काटने की क्या है पहचान?डॉ. सुशांत ने बताया कि मकड़ी के काटने के स्थान पर एक फुंसी जैसी बन जाती है, जो सामान्य फुंसी से अलग होती है. इसका ऊपरी हिस्सा दबा हुआ होता है, जिससे यह पहचानना आसान होता है कि काटने वाला जीव मकड़ी है या कोई अन्य जहरीला कीड़ा. यदि कोई जहरीला कीड़ा काट ले, तो तुरंत “अपामार्ग” का प्रयोग करना चाहिए.

कैसे करें चिरचिटा का इस्तेमाल? Spider Bite Home Remediesचिरचिटा की 10 ग्राम जड़ को निकालकर सिलबट्टे पर या मिक्सी में पेस्ट बनाना होता है. इस पेस्ट को मकड़ी के काटने से प्रभावित हिस्से पर लगाना चाहिए और उसी पेस्ट को पानी में घोलकर पीना चाहिए. डॉ. मिश्रा ने कहा कि किसी भी विषैले कीड़े या मकड़ी के काटने के बाद जहर तेजी से फैलता है, इसलिए धीमे से काम करने वाली औषधि का कोई फायदा नहीं होता. अपामार्ग 5 मिनट में असर दिखाना शुरू कर देता है और रोगी को राहत मिलने लगती है.

अन्य जहरीले कीटों के काटने पर भी असरदारडॉ. सुशांत ने बताया कि उड़ने वाले कीट, जैसे मधुमक्खी के काटने पर भी इस औषधि का बेफिक्र होकर प्रयोग किया जा सकता है. हालांकि, यदि 1 घंटे के भीतर असर नहीं होता है, तो तुरंत चिकित्सक को दिखाना चाहिए, क्योंकि संभव है कि किसी अन्य जहरीले जीव ने काटा हो, जिसके लिए डॉक्टर की सलाह आवश्यक होगी.

Tags: Health News, Local18, Pauri Garhwal News

FIRST PUBLISHED : October 24, 2024, 16:55 IST

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj