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राजस्थान आए और ये फालूदा नहीं खाया तो क्या खाया, 40 से नहीं बदला स्वाद, बनाना है बेहद आसान

झुंझुनूं. चिलचिलाती गर्मी में कुछ ठंडा ठंडा कूल कूल मिल जाए तो कहने ही क्या. कितनी भी आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक्स आ जाएं कुल्फी को कोई बीट नहीं कर सकता. परंपरागत जमाने से चली आ रही कुल्फी का स्वाद और मिजाज नहीं बदला. कुल्फी के साथ अगर फालूदा मिल जाए तो सोने पर सुहागा. झुंझुनू में एक ऐसा ही कुल्फी वाला है जो 40 साल से अपना ठेला लगा रहा है. इसका स्वाद अब तक नहीं बदला.

गर्मियों में कलेजे को ठंडक देने के लिए हर कोई कुछ ठंडा खाना पीना पसंद करता है. जमाना कितना भी बदल जाए कुल्फी का स्वाद नहीं बदला. झुंझुनू का यह कुल्फी फालूदा भी काफी प्रसिद्ध है. यहां गांधी चौक में पिछले 40 साल से मोहनलाल फालूदा के नाम से ठेला लगा रहे मोहनलाल जब 12 साल  के थे तब से यह काम करने लगे थे. इनका फालूदा लोगों को काफी पसंद है.

ऐसे बनता है फालूदामोहनलाल ने बताया फालूदा बनाने के लिए पहले रबड़ी तैयार करते हैं. उस रबड़ी के साथ उसमें मावा डालते हैं. इनके अलावा भी कई आइटम इसमें मिक्स किए जाते हैं जो इस फालूदा को काफ़ी टेस्टी बनाते हैं. फालूदा में डालने वाले आइटमों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इसमें सेवइयां, चैरी,काजू-बादाम, किशमिश के अलावा बापची भी डाला जाता है.

50 रुपए में फालूदाफालूदा में डालने वाले ये आइटम स्वाद के साथ ही शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं. फालूदा 50 रु. में मिलता है. इसके साथ में ही इनकी दुकान पर तरह तरह की आइसक्रीम, बादाम शेक भी लोगों को मिलता है. गर्मियों के दिनों में अच्छी खासी भीड़ मोहनलाल के ठेले पर लगी रहती है.

Tags: Food business, Jhunjhunu news, Local18

FIRST PUBLISHED : June 18, 2024, 15:33 IST

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