तुम करो तो ठीक, हम करें तो गलत… सबके सामने रूस ने अमेरिका को क्यों हड़काया, तानाशाह से है कनेक्शन
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जंग अभी कितनी लंबी चलेगी, कोई नहीं जानता. दुनिया के कई देश जंग की आग को बुझाने में लगे हैं, मगर अब तक सफलता नहीं मिली. यूक्रेन के खिलाफ जंग में तानाशाह की सेना भी रूस के साथ युद्ध के मैदान में है. तानाशाह किम जोंग उन सेना और हथियार से दोस्त पुतिन की मदद कर रहे हैं. अमेरिका इसे लेकर लगातार आपत्ति जता रहा है. अमेरिका ने तो यहां तक कह दिया है कि यूक्रेन को अब उत्तर कोरिया कै सैनिकों पर पलटवार करना चाहिए. हालांकि, अब रूस ने सबके सामने अमेरिका को हड़काया है.
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र के मंच से रूस ने फटकारते हुए कहा कि अगर अमेरिका समते पश्चिम के देश यूक्रेन की मदद कर सकते हैं तो फिर उत्तर कोरिया यूक्रेन के खिलाफ जंग में मॉस्को की मदद क्यों नहीं कर सकता? रूस के संयुक्त राष्ट्र दूत वसीली नेबेंजिया ने बुधवार को सवाल उठाया कि पश्चिमी देश जब यूक्रेन की मदद का दावा कर सकते हैं तो उनके सहयोगी देश जैसे उत्तर कोरिया, यूक्रेन के खिलाफ जंग में मॉस्को की मदद क्यों नहीं कर सकते? हालांकि, सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, यूक्रेन और अन्य देशों ने रूस की आलोचना की. सभी ने रूस पर उत्तर कोरिया से सैनिकों की तैनाती कर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और संस्थापक संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन करने का आरोप लगाया.
अमेरिका ने क्यों आपत्ति जताईसाउथ कोरिया के संयुक्त राष्ट्र राजदूत जूनकुक ह्वांग ने कहा कि आक्रामकता का समर्थन करना गैरकानूनी है और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के खिलाफ है. वहीं, अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयिड ऑस्टिन ने बुधवार को कहा कि करीब 10,000 उत्तर कोरियाई सैनिक पहले से ही पूर्वी रूस में हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यूक्रेन की सीमा के पास रूस के कुर्स्क क्षेत्र में सैन्य अभियानों का समर्थन करने के लिए उनका इस्तेमाल किया जाएगा.
रूसी दूत ने अमेरिका को हड़कायारूसी दूत नेबेंजिया ने आरोपों पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया के साथ रूस की सैन्य बातचीत अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं करती है. उन्होंने कहा, ‘अगर पश्चिमी देश, रूस और उत्तर कोरिया के बीच सहयोग के बारे में जो कुछ भी कह रहे हैं, वह सच है, तो क्या केवल अमेरिका और उसके सहयोगियों को ही यूक्रेन की मदद करने का आधिकार है? क्या रूस के सहयोगियों को ऐसा कुछ भी करने का अधिकार नहीं है?. हालांकि, रूस ने इस युद्ध में उत्तर कोरियाई सैनिकों की भागीदारी से इनकार नहीं किया है. रूस और यूक्रेन के बीच फरवरी 2022 से युद्ध जारी है.
यूक्रेन जंग में रूस के साथ तानाशाह की सेनाउत्तर कोरिया के संयुक्त राष्ट्र राजदूत सोंग किम ने परिषद से कहा, ‘अगर अमेरिका और पश्चिमी देशों की खतरनाक कोशिशों से रूस की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को खतरा बना रहता है और अगर हमें लगा कि हमें इसका जवाब देना चाहिए तो हम उचित फैसला करेंगे. दरअसल, उत्तर कोरिया पर 2006 से ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिबंध लगे हुए हैं. उत्तर कोरिया ने रूस में अपने सैनिकों की तैनाती की बात को स्वीकार तो नहीं किया है, लेकिन उसका कहना है कि ऐसा कोई भी कदम अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत ही होगा. हालांकि, कई रिपोर्ट में दावा है कि उत्तर कोरिया के सैनिक रूसी सेना के साथ मिलकर यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ रहे हैं. तनाशाह किम जोंग उन हथियार और सैन्य उपकरण भी मुहैया कराकर पुतिन की मदद कर रहे हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 13:35 IST