राजस्थान में ओमिक्रॉन की एंट्री, रैली के चलते सरकार जारी नहीं कर रही गाइडलाइन— राठौड़

जयपुर। उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर बयान दिया है कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की जद में देश के अन्य राज्यों के साथ अब राजस्थान भी आ चुका है। राजस्थान में एक ही दिन में 9 लोगों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है जो देश में सर्वाधिक है और चिंताजनक है। इसके बावजूद राज्य सरकार ट्रेसिंग-टेस्टिंग में भारी लापरवाही बरत रही है और जानबूझकर गाइडलाइन भी जारी नहीं कर रही है। राठौड़ ने कहा कि यदि राज्य सरकार ओमिक्रॉन के संबंध में पूर्व में ही गाइडलाइन जारी कर देती तो निश्चित रूप से सार्वजनिक, राजनीतिक व अन्य कार्यक्रमों जिनमें भीड़ जुटने की संभावना है, उसके लिए अवश्य विचार किया जाता। लेकिन राज्य सरकार गाइडलाइन जारी नहीं करके खुद के राजनीतिक कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटी है।
राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में सबसे पहले मार्च 2020 में इटली के यात्री में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। उस समय भी राज्य सरकार के कुप्रबंधन व घोर लापरवाही के कारण चिकित्सा व्यवस्था की स्थिति बदहाल थी। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए पूर्व की भांति लापरवाही ना बरतें और तत्काल प्रभाव से ट्रेसिंग-टेस्टिंग व वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाएं। 12 दिसम्बर को महंगाई के खिलाफ कांग्रेस की जयपुर में देशव्यापी रैली है।
राठौड़ ने बताया कि कोरोना के पहले केस से बढ़कर राजस्थान में वर्तमान में कोरोना संक्रमित केसों की संख्या 9 लाख 54 हजार 891 हो गई है और अब तक 8 हजार 955 मौतें हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए पूर्व की भांति लापरवाही ना बरतें और तत्काल प्रभाव से ट्रेसिंग-टेस्टिंग व वैक्सीनेशन अभियान में तेजी लाएं।