गर्मियों में किसान अपनी फसल का ऐसे रखें ख्याल, उत्पादन पर नहीं पड़ेगा असर, कमाई भी होगी जबरदस्त

Last Updated:April 15, 2025, 09:59 IST
Agriculture Tips: गर्मियों में खेती करना किसानों के लिए बेहद कठिन रहता है. फसलों को बचाना किसानों के लिए बड़ी चुनौती होता है. खासकर सब्जी और फलों को अधिक नुकसान की संभावना रहती है. किसान फसलों को बचाने के लिए ख…और पढ़ेंX
गर्मी के मौसम में किसान अपनी फसल का विशेष ध्यान रखें
हाइलाइट्स
गर्मियों में फसलों की नियमित सिंचाई करें.पोली हाउस में खेती से तापमान नियंत्रित रखें.कीट प्रबंधन के लिए विशेषज्ञ से सलाह लें.
सीकर. आने वाले दिनों में प्रदेश में लू चलने की संभावना है. इससे सब्जी, जायद फसल और फलों के बगीचों को नुकसान हो सकता है. ऐसे में किसान अच्छे उत्पादन और फसलों को गर्मी से बचाने के लिए नियमित अंतराल पर सिंचाई करते रहें. इसके अलावा नर्सरी व फसलों को लू से बचाने के लिए भी उपाय करे. अगर किसान पोली हाउस या ग्रीन हाउस के अंदर खेती करते हैं, तो तापमान को नियंत्रित रखने के लिए स्प्रे सिस्टम से पानी की बौछार करें. एग्रीकल्चर एक्सपर्ट दिनेश जाखड़ ने बताया कि अच्छे मुनाफे के लिए किसान आगमी दिनों में बीटी कपास की बुवाई कर सकते हैं.
इसकी बुआई का उपयुक्त समय 1 मई से 20 मई तक है. इस दौरान इसकी बुवाई कर लें. यदि खेत में पुराने कपास के पौधों की लकड़ियां पड़ी है, तो बुवाई से पहले उन्हें नष्ट कर दें. फसल को गुलाबी सुंडी नुकसान पहुंचाती है, इसके नियंत्रण के लिए खेत और उसके आस-पास उगे खरपतवारों को नष्ट करें.
बेल वाली सब्जियों में ऐसे करें रोग नियंत्रण
प्रगतिशील किसान सोना राम ने बताया कि किसान अभी से ही बेल वाली फसलों में न्यूनतम नमी बनाए रखें, नहीं तो मिट्टी में नमी कम होने से परागण पर इसका असर हो सकता है और फसल के उत्पादन में कमी आ सकती है. इसके अलावा सब्जियों में इन दिनों चूर्णिल आसिता रोग के प्रकोप की संभावना रहती है. यदि रोग के लक्षण दिखाई दें तो डिनोकैप 48 ईसी मात्रा 1.0 मिली या डेफेनकोनाजोल मात्रा 0.5 मिली प्रति लीटर पानी या धूल गंधक मात्रा 25 किग्रा प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें. रसचूसक कीट के नियंत्रण के लिए डाइमेथोएट मात्रा 2 मिली या एसेफेट मात्रा 1.5 ग्राम प्रति लीटर पानी का छिड़काव करें. इस मौसम में खेत की मिट्टी की जांच करवाना और जहां संभव हो वहां खेत का समतलीकरण करवाना आवश्यक है.
किसानों को मिलती है प्रोत्साहन राशि
कृषि विभाग की ओर से प्रति वर्ष किसानों को 30 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है. इसका लाभ लेने के लिए किसान के पास एक जोड़ी यानी 2 बैल होनी चाहिए. बैलों की उम्र 15 साल से अधिक नहीं हो. इसके अलावा वेटरनरी हॉस्पिटल से बैलों का स्वास्थ्य प्रमाण पत्र बनवाना होगा. बैलों का पशु बीमा होना और खेती के लिए किसान के नाम भू स्वामित्व होना भी आवश्यक है. पात्र एवं इच्छुक किसान राज किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के साथ किसान की बैलों के साथ फोटो, स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, जमाबंदी, पशु बीमा आदि दस्तावेज लगाने होंगे.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
April 15, 2025, 09:59 IST
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गर्मियों में फसल को ऐसे रखें सुरक्षित, बंपर उत्पाद के साथ तगड़ी होगी कमाई